गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में मीडिया की माली हालत भी खस्ता है. लेकिन, इसी माहौल में पेशावर का कोई खास पहचान न रखने वाला अखबार बहुत अच्छी कमाई कर रहा है. इस सफलता का राज यह है कि इसका मालिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का एक मंत्री है जिसके मंत्री बनने के बाद इस अखबार को मिलने वाले विज्ञापनों की ढेर लग गई.
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पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि अखबार की वास्तविक प्रसार संख्या की जांच-पड़ताल किए बिना इसके विज्ञापनों में बढ़ोतरी कर दी गई और रेट भी बढ़ाकर दिए गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि अखबार को अपने मालिक प्रांतीय मंत्री के जरिए पांच करोड़ 74 लाख 20 हजार रुपये का रिकार्ड बिजनेस मिला है.
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रिपोर्ट में मंत्री का नाम नहीं दिया गया है लेकिन उनके हवाले से कहा गया है कि विज्ञापन देने में कोई गड़बड़ी नहीं की गई है और वह तो अखबार के मालिक भी नहीं हैं. हालांकि, सरकारी दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि इन्होंने अखबार के प्रकाशन के अधिकार तो अपने भाई के नाम कर दिए हैं लेकिन इसकी छपाई का अधिकार अभी भी अपने पास रखा हुआ है. इस बारे में जब उनसे फोन पर पूछा गया तो उन्होंने यह कहते हुए लाइन काट दी कि 'जो मन चाहे, वह लिखो.'
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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रांत में हितों के टकराव को रोकने के संबंध में एक स्पष्ट कानून मौजूद है लेकिन मंत्री इसका उल्लंघन कर रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं