Large Head People: पूर्वी एशिया में बड़े सिर वाले इंसानों की एक नई प्रजाति का पता चला है. पैलियोएन्थ्रोपोलॉजी (Paleoanthropology) के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व खोज ने होमो जुलुएंसिस (Homo juluensis) नामक एक नई मानव प्रजाति के अस्तित्व का खुलासा किया है, जिनके सिर आम इंसानों से बड़े हुआ करते थे. "बड़े सिर वाले लोग" कहे जाने वाले इस रहस्यमय समूह ने कभी पूर्वी एशिया में होमो सेपियंस के साथ मिलकर जीवन जिया था. साइंस अलर्ट के अनुसार, 200,000 साल से भी पहले की तलछट परतों से निकाले गए जीवाश्म अवशेषों से पता चला है कि ऐसे व्यक्ति थे जिनके कपाल का आकार काफी बड़ा था. प्रारंभिक मापों से संकेत मिलता है कि उनके ब्रेन केसेस होमो सेपियंस की तुलना में 30% तक बड़े थे.
3 लाख साल पुराना इतिहास
होमो जुलुएंसिस लगभग 300,000 साल पहले पूर्वी एशिया में रहते थे, छोटे समूहों में जंगली घोड़ों का शिकार करते थे और लगभग 50,000 साल पहले गायब होने से पहले जीवित रहने के लिए पत्थर के औजार और संभवतः जानवरों की खाल बनाते थे.
चीनी विज्ञान अकादमी (सीएएस) के पैलियोएन्थ्रोपोलॉजिस्ट शिउजी वू और हवाई विश्वविद्यालय के मानवविज्ञानी क्रिस्टोफर बे ने इस साल की शुरुआत में पैलियोएन्थ्रोपोलॉजी पत्रिका में लिखा था, "सामूहिक रूप से, ये जीवाश्म बड़े मस्तिष्क वाले होमिनिन के एक नए रूप का प्रतिनिधित्व करते हैं."
इंटरब्रीडिंग से हुए थे उत्पन्न
शोधकर्ताओं ने कहा कि बड़े सिर वाले लोगों द्वारा प्रदर्शित विशेषताओं का अनूठा संयोजन एक ऐसे वंश की ओर इशारा करता है, जो 300,000 और 50,000 साल पहले एशिया में सह-अस्तित्व में रहने वाले विभिन्न होमिनिन समूहों के बीच इंटरब्रीडिंग से पैदा हुआ है.
रिसर्चर्स के मुताबिक एच. जुलुएंसिस के जीवाश्म, जिनमें मुख्य रूप से चेहरे और जबड़े के अवशेष शामिल हैं, निएंडरथल के दांतों से मिलते-जुलते हैं. हालांकि, कुछ विशिष्ट लक्षण डेनिसोवन्स सहित किसी भी अन्य ज्ञात होमिनिन प्रजाति में पाए जाने वाले लक्षणों से अलग हैं, जो एच. जुलुएंसिस को उसके प्राचीन मानव रिश्तेदारों से अलग करते हैं.
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