पेड़ बना डीजे, तार छूते ही फूट पड़ा म्यूजिक, झूमते नजर आए लोग, कुदरत के इस करिश्मे को क्या आपने किया महसूस

मशरूम कॉन्सर्ट, जहां दर्शक तो आम लोग होते हैं और मशीनों पर चलने वाले हाथ भी इंसानों के ही होते हैं, लेकिन संगीत बजता है पेड़ों के तने से. बेंगलुरु में एक इस तरह का कॉन्सर्ट हो चुका है.

पेड़ बना डीजे, तार छूते ही फूट पड़ा म्यूजिक, झूमते नजर आए लोग, कुदरत के इस करिश्मे को क्या आपने किया महसूस

कमाल का है ये मशरूम कॉन्सर्ट.

ऐसी रिसर्च आपने बहुत सुनी या पढ़ी होंगी कि पेड़ों को संगीत पसंद है. म्यूजिक की धुन सुनकर पेड़ों की ग्रोथ बेहतर होती है, लेकिन क्या आप ये मान सकते हैं पेड़ों के मोटे तने से संगीत की लहरियां भी फूट सकती हैं. अगर ये आपको नामुमकिन लगता है तो आपको भी मशरूम कॉन्सर्ट का हिस्सा बनना चाहिए. जहां दर्शक तो आम लोग होते हैं और मशीनों पर चलने वाले हाथ भी इंसानों के ही होते हैं, लेकिन संगीत बजता है पेड़ों के तने से. बेंगलुरु में एक इस तरह का कॉन्सर्ट हो चुका है.

गूलर के पेड़ से निकली धुन

इंडियन क्लासिकल संगीत में निपुण कनाडा के तरुण नायर ने ये कमाल कर दिखाया है, जिनकी पेड़ों से कुछ ऐसी दोस्ती है कि मशरूम से उन्हें छूते ही संगीत की धुन निकलने लगती है. हाल ही में वो बेंगलुरु में थे, जहां उनका मशरूम कॉन्सर्ट एक गूलर के पेड़ के पास आयोजित हुआ. इस कॉन्सर्ट के वीडियो को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे वे गूलर के पेड़ में मशरूम लगाते हैं. तार से लिपटे उस मशरूम का हिस्सा अपनी टेबल पर रखी किसी चीज पर प्लग करते हैं. इसके बाद मशीनों में कुछ सेटिंग करते हैं और संगीत सुनाई देने लगता है. संगीत की इस धुन पर वहां मौजूद लोगों को झूमते हुए भी देखा जा सकता है.

यहां देखें वीडियो

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इसके बारे में उन्होंने लिखा है कि, पेड़ों के साथ काम करना थोड़ा ट्रिकी है, लेकिन मजेदार भी है. उन्होंने कॉन्सर्ट में शामिल होने आए लोगों की भी तारीफ की है.