भोपाल:
मध्य प्रदेश में हर रोज छह महिलाओं की अस्मत लूट ली जाती है,वहीं हर तीन दिन में दो महिलाएं सामूहिक बलात्कार का शिकार बनती हैं। इतना ही नहीं हर दस दिन में बलात्कार के बाद एक पीड़ित की हत्या कर दी जाती है। मंगलवार को सरकार की ओर से प्रस्तुत किए गए आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है।प्रदेश के गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता द्वारा मंगलवार को विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी 2010 से 31 जनवरी 2011 की अवधि में प्रदेश में 2,191 महिलाओं को बलात्कार का दंश झेलना पड़ा है। बलात्कार की सबसे ज्यादा 110 घटनाएं बैतूल जिले में हुईं वहीं राजधानी भोपाल इस मामले में दूसरे स्थान पर है जहां 99 महिलाओं की आबरू लूटी गई। आंकड़ों के मुताबिक पीड़ितों में 828 अनुसूचित जाति जनजाति और 901 पिछड़ा वर्ग से हैं। वहीं 462 पीड़िता सामान्य वर्ग की हैं। कुल पीड़ितों में 1,163 वयस्क और 1,028 अवयस्क हैं। कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत व पांची लाल मेड़ा के सवालों के जवाब में बताया गया है कि 350 दिन की अवधि में 209 सामूहिक बलात्कार हुए हैं। वहीं 31 पीड़ितों की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। बलात्कार के बाद हत्या के सबसे ज्यादा 11 मामले इंदौर में दर्ज किए गए। गुप्ता ने बताया कि इन मामलों में अब तक 2,431 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 132 आरेापी फरार हैं। कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
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