यह ख़बर 27 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

'फेसबुक पर जितने ज्यादा दोस्त उतना ही तनाव'

खास बातें

  • फेसबुक पर दोस्तों की बड़ी संख्या देखकर आप खुद को मशहूर तो महसूस कर सकते हैं, लेकिन इससे आपको काफी तनाव भी झेलना पड़ सकता है।
लंदन:

फेसबुक पर दोस्तों की बड़ी संख्या देखकर आप खुद को मशहूर तो महसूस कर सकते हैं, लेकिन इससे आपको काफी तनाव भी झेलना पड़ सकता है।

एक नई रिपोर्ट के अनुसार, आप जितने ज्यादा लोगों को अपनी फ्रेंड लिस्ट में शामिल करते हैं उतना ही आप ज्यादा तनाव में रहते हैं कि कहीं कुछ आक्रामक न कर बैठें।

एडिनबर्ग बिजनेस स्कूल विश्वविद्यालय की रिपोर्ट में पाया गया है कि किसी के फेसबुक दोस्तों में लोगों के जितने ज्यादा समूह होते हैं, किसी का अपमान करने की संभावना उतनी ही ज्यादा बढ़ जाती है। विशेषतौर पर अपने नियोक्ताओं और माता-पिता को फ्रेंडलिस्ट में शामिल करने से भी चिंताएं काफी बढ़ जाती हैं।

यहां तनाव तब बढ़ता है जब एक यूजर फेसबुक पर खुद को कुछ इस तरह पेश करता है जो कि उसके ऑनलाइन दोस्तों को अस्वीकार्य हो। उदाहरण के तौर पर उसकी पोस्ट्स में गाली गलौज, लापरवाही, शराब या धूम्रपान की आदत की झलक ऑनलाइन दोस्तों को नापसंद हो सकती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साइट से जुड़ने वाले बड़ी उम्र के लोगों के साथ यह समस्या ज्यादा बढ़ रही है, क्योंकि उनकी उम्मीदें युवा यूजर्स के मुकाबले काफी अलग हो सकती हैं।

शोधकर्ताओं ने पाया कि फेसबुक इस्तेमाल करने वाले लोगों के औसतन सात अलग-अलग सामाजिक दायरों के दोस्त होते हैं। इनमें से सबसे ज्यादा यानी 97 प्रतिशत दोस्त वे होते हैं, जिन्हें ये इंटरनेट से इतर भी जानते हैं। इसके बाद आपके दूर के रिश्तेदार (81 प्रतिशत), सगे भाई बहन (80 प्रतिशत), दोस्तों के दोस्त (69 प्रतिशत) और सहकर्मी (65 प्रतिशत) हैं। इस रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि अधिकतर लोग अपने वर्तमान साथी के बजाय पूर्व साथियों के साथ फेसबुक पर दोस्ती रखे हुए हैं। इस रिपोर्ट में फेसबुक पर 300 लोगों का सर्वेक्षण किया गया। इनमें से अधिकांश औसतन 21 वर्ष की उम्र के विद्यार्थी थे।

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इस रिपोर्ट के लेखक बेन मार्डर ने एक बयान में कहा, फेसबुक एक ऐसी जगह है जहां आप अपने सभी दोस्तों के साथ नाच सकते हैं, पी सकते हैं और इश्क लड़ा सकते हैं, लेकिन अब क्योंकि आपकी मां, पिता और बॉस वहां है तो इस पार्टी के साथ चिंताएं जुड़ जाती हैं।