
अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव जयललिता को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए कराटे अध्यापक शिहान हुसैनी ने सोमवार को खुद को सूली पर चढ़ा लिया।
अपने अद्भुत साहसी कारनामों के लिए मशहूर हुसैनी ने जयललिता के 67वें जन्मदिन से एक दिन पहले सोमवार को अनूठा कारनामा कर दिखाया और छह मिनट सात सेकेंड तक सूली पर लटके रहे।
हुसैनी ने कहा, "मेरे लिए यह अब तक का सबसे कष्टदायक अनुभव था। मैंने सुन रखा था कि यह सर्वाधिक कष्टप्रद है और आज मैंने इसे अनुभव भी कर लिया।" उन्होंने बताया, "हाथ और पैर में कीलें गाड़ने से कहीं अधिक कष्टदायक उन्हें निकालना था।"
हुसैनी ने बताया कि बहुत थोड़े समय के लिए वह बेहोश हो गए थे और सहायकों द्वारा कीलें ठोंक दिए जाने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गहन जांच और एक्स-रे की।
हुसैनी ने कहा, "जब आप किसी के प्रति जुनून और प्रेम में पड़ जाते हैं तो शिक्षा, सामाजिक स्थिति जैसी चीजें कोई मायने नहीं रखतीं।" उन्होंने कहा, "मैं उनकी (जयललिता) पूजा करता हूं। वह तमिलनाडु की एकमात्र उम्मीद हैं।"
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