James Webb telescope makes JuMBO Discovery Of Planet: ब्रह्माण्ड के कई हिस्सों की तस्वीरें कभी अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है, तो कुछ अपने अंदर बहुत से रहस्य समेटे हुए हैं, तो कुछ बहुत सारी कीमती जानकारी बताने वाली साबित होती हैं. BBC की रिपोर्ट के अनुसार, मानव जाति द्वारा विकसित सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप (most powerful telescope), जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope-JWST) ने जूपिटर (बृहस्पति) के आकार के 'ग्रहों' (planets) को स्पेस में देखा है.
हैरानी की बात तो यह है कि, ये स्वतंत्र रूप से अंतरिक्ष (space)में तैर रहे हैं और किसी तारे से नहीं जुड़े हैं. साइंटिस्ट्स ने इन ऑब्जेक्ट्स को जूपिटर मास बाइनरी ऑब्जेक्ट (Jupiter Mass Binary Objects) या 'JuMBOs' उपनाम दिया गया है.
यहां देखें पोस्ट
New space images!🤩
— ESA (@esa) October 2, 2023
The NASA/ESA/CSA James #Webb Space Telescope has added detailed images of the Orion Nebula to our ESASky application.
Zoom into this region with a rich diversity of phenomena including protostars, brown dwarfs and even free-floating planets! pic.twitter.com/In4FQk8hrX
इनमें से करीब 40 जोड़े की पहचान JWST द्वारा ओरियन नेबुला (Orion Nebula) के एक सर्वे के दौरान की गई थी. विशेष रूप से ये ऑब्जेक्ट तारे (stars) बनने के लिए बहुत छोटी हैं, लेकिन किसी ग्रह की पारंपरिक परिभाषा को भी कड़ी टक्कर देती हैं, क्योंकि वे मूल तारे के चारों ओर कक्षा में नहीं हैं. फिलहाल, इन रहस्यमयी ऑब्जेक्ट्स(mysterious objects) ने खगोलविदों को अचरज में डाल दिया है, उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ये कैसे बन रहा है और किसी तारा मंडल से जुड़ा भी नहीं है कैसे. वैज्ञानिक समझना चाहते हैं कि आखिर ये क्या चीज हैं
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency-ESA) टीम ने इन विशाल ऑब्जेक्ट्स के बनने को लेकर 2 संभावित तर्क दिए हैं. पहला यह है कि ये वस्तुएं निहारिका के उन क्षेत्रों से डेवलप हुईं हैं, जहां मौजूद मटीरियल एक तारे के निर्माण के लिए नाकाफी था. दूसरी संभावना यह है कि, ये ऑब्जेक्ट बने तो तारों के चारों ओर थे, लेकिन तारों की गुरुत्वाकर्षण ने उन्हें खुद से दूर कर दिया.
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (Esa) के वरिष्ठ विज्ञान सलाहकार (senior science adviser) ने बीबीसी (BBC News) न्यूज़ को बताया, कि, 'यह सिद्धांतकारों के लिए एक है. इस समय इजेक्शन परिकल्पना (ejection hypothesis) सबसे पसंदीदा है, गैस भौतिकी (Gas physics) सुझाव देती है कि आपको बृहस्पति के द्रव्यमान वाली वस्तुएं अपने आप बनाने में सक्षम नहीं होना चाहिए और हम जानते हैं कि एकल ग्रहों को तारा (star systems) प्रणालियों से बाहर निकाला जा सकता है, लेकिन आप इन चीज़ों के जोड़े को एक साथ कैसे बाहर निकालेंगे? फिलहाल, हमारे पास कोई जवाब नहीं है.'
Metro.co.uk से बात करते हुए, रॉयल ऑब्जर्वेटरी ग्रीनविच (Royal Observatory Greenwich) के खगोलशास्त्री डॉ. एड ब्लूमर (astronomer Dr. Ed Bloomer) ने कहा कि, 'यह ओरियन नेबुला (Orion Nebula) में हो रहा है, जो एक सितारा बनाने वाली 'तारकीय नर्सरी' (stellar nursery) है, जहां हम पहले ही सैकड़ों ग्रह प्रणालियों (nascent planetary systems) को देख चुके हैं. साथ में, यह इस संभावना की ओर इशारा करता है कि, ग्रहों के निर्माण और विकास के लिए हमारे मौजूदा मॉडल और स्पष्टीकरण उतने पूर्ण नहीं हैं, जितना हम चाहते हैं और मुझे नहीं लगता कि, कोई भी खगोलशास्त्री यह दावा करेगा कि हमनें उस क्षेत्र में सब कुछ समझा दिया है. वैसे भी खगोल भौतिकी का संभावित रूप से हम पहले किसी ने जो देखा है उससे बहुत अलग कुछ देख रहे हैं.'
वेब टेलीस्कोप ( Webb telescope) (जिसे 2021 में लॉन्च किया गया था और 2022 में डेटा एकत्र करना शुरू किया गया था) ने ब्रह्मांड की आश्चर्यजनक तस्वीरें (universe while taking stunning pictures) लेते हुए प्रारंभिक ब्रह्मांड की समझ को नया आकार दिया है. परिचालन में आने के बाद से वेब ने सबसे पहले ज्ञात आकाशगंगाओं (galaxies) और ब्लैक होल (black holes) के अस्तित्व का खुलासा किया है और अभूतपूर्व डेटा का खुलासा किया है. वेब (Webb) हबल टेलीस्कोप (Hubble telescope) से लगभग 100 गुना अधिक शक्तिशाली है.
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