वाशिंगटन: 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने अपनी ख़बर में कहा है कि सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी पर दूतावास में घुसने के दो मिनट के भीतर ही हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तइप एर्दोगन से जुड़े एक शख्स ने बताया कि जिस गति से खशोगी की हत्या की गई, उससे साफ पता चलता है कि यह सोची-समझी साजिश थी.
पत्रकार जमाल खशोगी की मौत पर सऊदी अरब की सफाई को सही मानते हैं ट्रंप
'न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक, 2 अक्टूबर को इस्ताम्बूल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्यिक दूतावास के भीतर जाने के दो मिनट के बाद ही खशोगी पर हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई और 22 मिनट के अंदर उनके शरीर के अंगों को अलग-अलग कर दिया गया.
सऊदी अरब ने माना, इस्तांबुल स्थित उसके वाणिज्य दूतावास में मारे गए पत्रकार खशोगी
तुर्की के अधिकारियों ने पहले कहा था कि खशोगी की हत्या के लिए सऊदी अरब की यह हत्यारी टीम अपना काम करके दो घंटे से भी कम समय में वहां से रवाना हो गई थी.
'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने यह भी बताया कि सऊदी अरब के हत्यारे एजेंटों ने भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए खशोगी के एक बॉडी डबल का भी इंतज़ाम किया था और उसे खशोगी के कपड़े पहना दिए गए थे, ताकि इस हत्या को कवर-अप किया जा सके.
(इनपुट- आईएएनएस)
पत्रकार जमाल खशोगी की मौत पर सऊदी अरब की सफाई को सही मानते हैं ट्रंप
'न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक, 2 अक्टूबर को इस्ताम्बूल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्यिक दूतावास के भीतर जाने के दो मिनट के बाद ही खशोगी पर हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई और 22 मिनट के अंदर उनके शरीर के अंगों को अलग-अलग कर दिया गया.
सऊदी अरब ने माना, इस्तांबुल स्थित उसके वाणिज्य दूतावास में मारे गए पत्रकार खशोगी
तुर्की के अधिकारियों ने पहले कहा था कि खशोगी की हत्या के लिए सऊदी अरब की यह हत्यारी टीम अपना काम करके दो घंटे से भी कम समय में वहां से रवाना हो गई थी.
'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने यह भी बताया कि सऊदी अरब के हत्यारे एजेंटों ने भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए खशोगी के एक बॉडी डबल का भी इंतज़ाम किया था और उसे खशोगी के कपड़े पहना दिए गए थे, ताकि इस हत्या को कवर-अप किया जा सके.
(इनपुट- आईएएनएस)
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