एक बार नहीं, दो बार नहीं, तीसरी बार लॉटरी का जैकपॉट जीता कनाडा के दंपति ने

एक बार नहीं, दो बार नहीं, तीसरी बार लॉटरी का जैकपॉट जीता कनाडा के दंपति ने

नई दिल्ली:

कहते हैं, ऊपरवाला जब भी देता है, छप्पर फाड़कर देता है... लेकिन आप तब क्या कहेंगे, जब आपको पता चले कि किसी को ऊपरवाले ने एक बार नहीं, दो बार नहीं, तीन-तीन बार छप्पर फाड़कर दिया... हाल ही में बारबरा और डगलस फिंक ने 81 लाख कनाडाई डॉलर (लगभग 39 करोड़ रुपये) से ज़्यादा की लॉटरी जीती, लेकिन इससे पहले भी वे वर्ष 1989 और 2010 में लॉटरियां जीत चुके हैं, हालांकि इस बार की रकम सबसे बड़ी है...

वेस्टर्न कनाडा लॉटरी कॉरपोरेशन (डब्ल्यूसीएलसी) के मुताबिक, फरवरी का यह जैकपॉट, जो फिंक दंपति ने जीता है, अब तक का सबसे बड़ा जैकपॉट है...

फिंक दंपति ने लॉटरी में 8,163,061.10 कनाडाई डॉलर जीते हैं...

दंपति का कहना है कि वे इस रकम को अपने बच्चों पर खर्च करेंगे... बारबरा फिंक ने कहा, "परिवार सबसे पहले आता है... हम चाहते हैं कि हमारी बेटियों तथा हमारे नातियों का भविष्य सुरक्षित हो जाए..."

लेकिन ऐसा भी नहीं है कि व इसमें से कुछ भी खुद पर खर्च नहीं करेंगे... अलबर्टा के एडमॉन्टॉन के रहने वाले दंपति की योजना घूमने-फिरने और एक घर खरीदने की है... डगलस ने बताया, "बारबरा नया घर खरीदना चाहती हैं, सो, हम एक नया घर खरीदेंगे..."

बारबरा ने यह भी बताया कि डगलस काम के सिलसिले में शहर से बाहर गए हुए थे, और उन्हें (बारबरा को) ही लॉटरी में जीत का पता चला था... बारबरा ने फोन पर डगलस से संपर्क करने की कोशिश कीस लेकिन उन्होंने फोन उठाया ही नहीं... बारबरा ने कहा, "इन्होंने जवाब नहीं दिया, सो, मैंने पांच मिनट के इंतज़ार के बाद फिर फोन किया... इस बार बात हुई, और मैंने कहा - मैंने फिर कर दिखाया..."

बारबरा ने कहा, "मुझे मालूम था कि हमारे सभी अंक मिलते हैं, लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि कुल विजेता कितने हैं, सो, आधी रात के आसपास मैंने डगलस को दोबारा फोन किया, और उन्होंने बताया कि रकम 80 लाख कनाडाई डॉलर से ज़्यादा है..."

वर्ष 1989 में डगलस ने लॉटो 6-49 की 1,28,000 डॉलर की जीत को चार दोस्तों में बांटा था, जबकि वर्ष 2010 में दंपति ने 100,000 डॉलर जीते थे...

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