नई दिल्ली:
कनाडा के एक बुजुर्ग जोड़े की एक तस्वीर इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में यह जोड़ा रोते हुए नजर आ रहा है. यह तस्वीर इस दंपति की पोती एश्ले बायरिक ने फेसबुक पर शेयर किया है, शेयर होने के बाद से अब तक इसे साढ़े सात हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
इस फोटो के साथ एश्ले ने अपने दादा वोल्फ्राम गॉटशाल्क और दादी अनीता की कहानी भी साझा की है. उन्होंने लिखा, 'यह अब तक की सबसे दुखी करने वाली तस्वीर है जो मैंने क्लिक की है. ये मेरे दादा-दादी हैं जिनके आंसू नहीं रुक रहे.'
एश्ले ने बताया कि उनके दादा-दादी 62 साल से साथ हैं लेकिन पिछले आठ महीने से उन्हें अलग रहना पड़ रहा है क्योंकि वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत जिस नर्सिंग सेंटर में उनकी दादी रह रही हैं वहां उनके दादा को रखने की जगह नहीं है और वह पिछले आठ महीनों से इसके लिए इंतजार कर रहे हैं.
एश्ले के पोस्ट के अनुसार हाल ही में गॉटशाल्क को लिमफोमा कैंसर होने का पता चला है और उम्र के साथ उनकी मानसिक बीमारी भी बढ़ती जा रही है. एश्ले ने लिखा, '...लेकिन मेरी दादी को लेकर उनकी कोई भी याददाश्त एक इंच भी कम नहीं हुई. लेकिन हमें डर है कि ज्यादा वक्त तक अलग रहने से ऐसा न हो जाए. यह हमारे परिवार के लिए चिंता का विषय है. इसलिए हर दूसरे दिन हम दादी को उनसे मिलाने लेकर जाते हैं.'
एश्ले ने लिखा, 'उन्हें कैंसर होने की खबर के बाद यह हमारे लिए और जरूरी हो गया है कि दोनों एक ही नर्सिंग केयर सेंटर में साथ रह सकें. अभी वह जहां हैं वहां उनका उचित ख्याल भी नहीं रखा जा रहा है.'
गॉटशाल्क व्हीलचेयर पर हैं. उनकी पोती का कहना है कि इसकी वजह है कि पिछले आठ महीनों से उन्हें पैदल चलाया ही नहीं गया है. एश्ले ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से थक चुका है, उन्होंने स्थानीय एमएलए से लेकर हर ऐसे व्यक्ति से संपर्क की कोशिश की जो उनकी मदद कर सकता है लेकिन कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए मदद की अपील की है.
इस फोटो के साथ एश्ले ने अपने दादा वोल्फ्राम गॉटशाल्क और दादी अनीता की कहानी भी साझा की है. उन्होंने लिखा, 'यह अब तक की सबसे दुखी करने वाली तस्वीर है जो मैंने क्लिक की है. ये मेरे दादा-दादी हैं जिनके आंसू नहीं रुक रहे.'
एश्ले ने बताया कि उनके दादा-दादी 62 साल से साथ हैं लेकिन पिछले आठ महीने से उन्हें अलग रहना पड़ रहा है क्योंकि वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत जिस नर्सिंग सेंटर में उनकी दादी रह रही हैं वहां उनके दादा को रखने की जगह नहीं है और वह पिछले आठ महीनों से इसके लिए इंतजार कर रहे हैं.
एश्ले के पोस्ट के अनुसार हाल ही में गॉटशाल्क को लिमफोमा कैंसर होने का पता चला है और उम्र के साथ उनकी मानसिक बीमारी भी बढ़ती जा रही है. एश्ले ने लिखा, '...लेकिन मेरी दादी को लेकर उनकी कोई भी याददाश्त एक इंच भी कम नहीं हुई. लेकिन हमें डर है कि ज्यादा वक्त तक अलग रहने से ऐसा न हो जाए. यह हमारे परिवार के लिए चिंता का विषय है. इसलिए हर दूसरे दिन हम दादी को उनसे मिलाने लेकर जाते हैं.'
एश्ले ने लिखा, 'उन्हें कैंसर होने की खबर के बाद यह हमारे लिए और जरूरी हो गया है कि दोनों एक ही नर्सिंग केयर सेंटर में साथ रह सकें. अभी वह जहां हैं वहां उनका उचित ख्याल भी नहीं रखा जा रहा है.'
गॉटशाल्क व्हीलचेयर पर हैं. उनकी पोती का कहना है कि इसकी वजह है कि पिछले आठ महीनों से उन्हें पैदल चलाया ही नहीं गया है. एश्ले ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से थक चुका है, उन्होंने स्थानीय एमएलए से लेकर हर ऐसे व्यक्ति से संपर्क की कोशिश की जो उनकी मदद कर सकता है लेकिन कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए मदद की अपील की है.
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