टी-20 मैचों में सैम्युअल बद्री ने 20वां ओवर मेडन फेंकने का कारनामा किया है.
नई दिल्ली:
एक तरफ पूरे देश में कैशलेस की चर्चा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली हर मौके लोगों से कैशलेस बनने को कहते हैं. वहीं दूसरी तरफ क्रिकेट के फटाफट फॉर्मेट आईपीएल की धूम है. कैशलेस और आईपीएल की चर्चा के बीच हम आपको 'रनलेस' (किफायती बॉलिंग) गेंदबाज के बारे में बता रहा हूं. वेस्टइंडीज के स्पिनर सैम्युअल बद्री ने आईपीएल 10 की पहली हैट्रिक लेने का करिश्मा किया है. बद्री ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले में लगातार तीन गेंदों पर पार्थिव पटेल, मिचेल मैक्लेनेघन और रोहित शर्मा को आउट कर हैट्रिक पूरी की. बद्री ने जिस ओवर में हैट्रिक ली. वह मेडन ओवर था. यह टी-20 मैचों में वेस्टइंडीज के इस फिरकी गेंदबाज का 20वां मेडन ओवर था. वह ऐसा करने वाले क्रिकेट इतिहास के पहले गेंदबाज बन गए. सैम्युअल बद्री ने मैच में 9 रन देकर चार विकेट लिए. यह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
त्रिनिदाद के लंबे कद के इस खिलाड़ी ने इंटरनेशनल टी20 मैचों का रिकॉर्ड ही खासा प्रभावशाली है. अब तक 36 इंटरनेशनल टी20 मैचों में इस लेग ब्रेक बॉलर ने 16.36 के प्रभावशाली औसत से 47 विकेट लिए हैं.
इस दौरान 15 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है और उनका इकोनॉमी रेट 5.65 का रहा है. गौरतलब है कि टी20 क्रिकेट में छह से कम का इकोनॉमी रेट किसी भी गेंदबाज के 'कंजूस' होने की पहचान होता है. टी20 वर्ल्डकप में भी बद्री वेस्टइंडीज टीम के 'प्रमुख हथियार' रहे हैं.
ओवरआल टी20 के हिसाब से देखें तो बद्री ने 158 मैचों में 20.47 के औसत से 156 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 5.68 का है और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 रन देकर पांच विकेट रहा है. खास बात यह है कि बद्री टी20 क्रिकेट फॉर्मेट के कंजूस गेंदबाज ही नहीं है. अहम मौकों पर ये टीम के लिए सफलताएं हासिल करते हैं.
बद्री की गेंदबाजी शैली खालिस लेग ब्रेक बॉलर्स से कुछ अलग है. वे गेंदको बहुत ज्यादा टर्न नहीं कराते लेकिन अपने कद के कारण काफी उछाल देने में सफल होते हैं. सटीकता के मामले में उनकी तुलना टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले से की जा सकती है.
त्रिनिदाद के लंबे कद के इस खिलाड़ी ने इंटरनेशनल टी20 मैचों का रिकॉर्ड ही खासा प्रभावशाली है. अब तक 36 इंटरनेशनल टी20 मैचों में इस लेग ब्रेक बॉलर ने 16.36 के प्रभावशाली औसत से 47 विकेट लिए हैं.
इस दौरान 15 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है और उनका इकोनॉमी रेट 5.65 का रहा है. गौरतलब है कि टी20 क्रिकेट में छह से कम का इकोनॉमी रेट किसी भी गेंदबाज के 'कंजूस' होने की पहचान होता है. टी20 वर्ल्डकप में भी बद्री वेस्टइंडीज टीम के 'प्रमुख हथियार' रहे हैं.
ओवरआल टी20 के हिसाब से देखें तो बद्री ने 158 मैचों में 20.47 के औसत से 156 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 5.68 का है और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 रन देकर पांच विकेट रहा है. खास बात यह है कि बद्री टी20 क्रिकेट फॉर्मेट के कंजूस गेंदबाज ही नहीं है. अहम मौकों पर ये टीम के लिए सफलताएं हासिल करते हैं.
बद्री की गेंदबाजी शैली खालिस लेग ब्रेक बॉलर्स से कुछ अलग है. वे गेंदको बहुत ज्यादा टर्न नहीं कराते लेकिन अपने कद के कारण काफी उछाल देने में सफल होते हैं. सटीकता के मामले में उनकी तुलना टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले से की जा सकती है.
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