इंदौर को 2018 में लगातार दूसरी बार सबसे स्वच्छ शहर का अवॉर्ड दिया गया. इंदौर के लोग स्वच्छता के मामले में सबसे आगे रहते हैं. लोग सफाई के लिए खून, पसीना एक कर रहे हैं. इसी बीच आईएएस ऑफिसर आशीष सिंह ने कुछ ऐसा किया, जिसके लिए उनकी खूब तारीफ हो रही है. उन्होंने 6 महीने के अंदर कूड़े घर को सिटी फॉरेस्ट बना दिया है. उन्होंने 6 महीने के अंदर 13 लाख टन कूड़ा गायब कर दिया है.
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What an achievement of team Indore!!
— Asheesh Singh (@AsheeshSg) December 24, 2018
Before and after photos of Indore's garbage dumpsite. We toiled day and night for 6 months and reclaimed 100 acres of land worth 300+ crores. #IndoreRahegaNo1 @CMMadhyaPradesh @MoHUA_India @Secretary_MoHUA @SwachhBharatGov @PMOIndia @swarup58 pic.twitter.com/3Wg5zhagsT
उन्होंने सबसे पहले गीला और सूखे कचरे को मशीन के जरिए अलग-अलग किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूखे कचरे को डीलर्स को बेचा गया और प्लास्टिक को ईंधन में परिवर्तित किया गया. पॉलीथिन्स को सीमेंट प्लांट्स और सड़क निर्माण में भेजा गया. खाली पड़े रबड़ के टुकड़ों को बिल्डिंग मटेरियल में इस्तेमाल किया गया. आशीष सिंह ने माना कि आउटसोर्सिंग के लिए 65 करोड़ का खर्चा आ रहा था.
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आशीष सिंह के लिए 65 करोड़ रुपये खर्च करना नामुंमकिन था. ऐसे में उन्होंने कचरे को इस्तेमाल में लाने का सोचा. उन्होंने ऐसा करके न सिर्फ पैसे बचाए बल्कि कूड़े घर को भी साफ कर दिया. कूड़ा घर खाली होने से शहर को 100 एकड़ जमीन मिल गई है. 10 एकड़ में गार्डन और 90 एकड़ में सिटी फॉरेस्ट बनाया जाएगा. शहर के लोग कचरा घर से काफी परेशान थे. उन्हें सांस लेने में परेशानी आ रही थी और कचरा भी आ रहा था. लेकिन आशीष सिंह ने ये परेशानी भी खत्म कर दी है.
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