
गोरखपुर:
यूपी के गोरखपुर ज़िले की महिला एसडीएम नेहा प्रकाश पर दादागिरी कर गोरखपुर विकास प्राधिकरण यानी जीडीए के माली को जेल पहुंचाने का मामला सामने आ रहा है।
नेहा रोज़ सुबह जिस पार्क में घूमने जाती हैं। उसमें मंगलवार सुबह जब वह पार्क में टहलने गईं तो पार्क का माली विश्वनाथ यादव अपने काम में लगा था। इस दौरान धूल उड़ने से नेहा ने माली को काम रोकने के लिए कहा और धूल से खुद को एलर्जी होने की बात कही।
माली ने कहा, वह तो बस अपना काम कर रहा है। इस पर माली का आरोप है कि एसडीएम ने उसे जेल भेजने की धमकी दी। यह बात वहां मौजूद एक अधिकारी दया शंकर दूबे को नागवार गुजरी तो उन्होंने भी एसडीएम का विरोध किया, लेकिन एसडीएम नेहा प्रकाश ने कैंट पुलिस को बुलाया और पुलिस माली को लेकर थाने चली गई।
वहां से उसे नगर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश कर धारा 151 के तहत जेल भेज दिया गया। इस मामले पर पार्क के गार्ड का कहना है कि माली अपना साफ-सफ़ाई का काम नहीं करेगा तो लोग पार्क में कैसे घूमेंगे? छोटी-सी बात पर माली को जेल भिजवाना बिल्कुल गलत है।
नेहा रोज़ सुबह जिस पार्क में घूमने जाती हैं। उसमें मंगलवार सुबह जब वह पार्क में टहलने गईं तो पार्क का माली विश्वनाथ यादव अपने काम में लगा था। इस दौरान धूल उड़ने से नेहा ने माली को काम रोकने के लिए कहा और धूल से खुद को एलर्जी होने की बात कही।
माली ने कहा, वह तो बस अपना काम कर रहा है। इस पर माली का आरोप है कि एसडीएम ने उसे जेल भेजने की धमकी दी। यह बात वहां मौजूद एक अधिकारी दया शंकर दूबे को नागवार गुजरी तो उन्होंने भी एसडीएम का विरोध किया, लेकिन एसडीएम नेहा प्रकाश ने कैंट पुलिस को बुलाया और पुलिस माली को लेकर थाने चली गई।
वहां से उसे नगर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश कर धारा 151 के तहत जेल भेज दिया गया। इस मामले पर पार्क के गार्ड का कहना है कि माली अपना साफ-सफ़ाई का काम नहीं करेगा तो लोग पार्क में कैसे घूमेंगे? छोटी-सी बात पर माली को जेल भिजवाना बिल्कुल गलत है।
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