विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Sep 13, 2018

Ganesh Chaturthi 2018: 85 साल से यहां बैठते हैं गणपति बप्पा, आशीर्वाद लेने आता है अंबानी परिवार

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2018) 13 सितंबर को मनाई जाएगी.इस बार भी बड़े ही धूम-धाम से लाल बाग के राजा (Lalbaugcha Raja-लालबागच्या राजाचा) की स्थापना की गई.

Read Time: 3 mins
Ganesh Chaturthi 2018: 85 साल से यहां बैठते हैं गणपति बप्पा, आशीर्वाद लेने आता है अंबानी परिवार
Lalbaugcha Raja की हुई स्थापना, बॉलीवुड स्टार्स भी आते हैं दर्शन के लिए.
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2018) 13 सितंबर को मनाई जाएगी. गणेशोत्सव (Ganesh Utsav 2018) हर साल धूम-धाम से मनाया जाता है. पूरे देश में घरों के अलावा कई स्थानों पर गणेशजी की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं लगाई जाती हैं. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा होती है लाल बाग के राजा (Lalbaugcha Raja-लालबागच्या राजाचा) की. मुंबई में 1934 से लाल बाग के राजा की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाती है. लाल बाग इलाके में इसकी स्थापना होती है. इस बार भी बड़े ही धूम-धाम से लाल बाग के राजा की स्थापना की गई. इस बार भी लाल बाग के राजा को बड़े ही खूबसूरत तरह से सजाया गया है. सोने के मुकुट के साथ वो शान से बैठे नजर आ रहे हैं. लाल बाग के राजा के दर्शन के लिए अंबानी परिवार भी लाइन लगाता है. बड़े से बड़े बॉलीवुड स्टार्स भी लाइन लगाते हैं. 

Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी 13 सितंबर से, जानें शुभ मुहूर्त के बारे में



अंबानी परिवार लाल बाग के राजा के दर्शन के लिए हर साल आता है. पिछले साल भी मुकेश अंबानी अपने पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे. यही नहीं बच्चन परिवार भी यहां हर साल दर्शन के लिए आता है. पिछले साल ऐशवर्या राय भी दर्शन के लिए पहुंची थीं. जिसकी तस्वीरें काफी वायरल हुई थीं.

गणेश चतुर्थी 2018: जानिए Ganesh Ji को क्यों चढ़ाया जाता है Modak, क्या है महत्व?



कई बड़े नेता यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लाल बाग के राजा को बड़े ही धूमधाम से स्वागत किया जाता है. हर साल अलग-अलग तरह से उनको सजाया जाता है. इस बार वो सोने के मुकुट में नजर आ रहे हैं और शान से बैठे दिख रहे हैं. उनकी तस्वीरें भी काफी वायरल हो रही हैं.

Ganesh Chaturthi 2018: इस बार भगवान गणेश को अपने हाथों से बना चढ़ाएं भोग, यूं झटपट बनाएं मोदक
 
बता दें, बाल गंगाधर तिलक ने गणेश उत्सव की शुरुआत की थी. जब भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद होने के लिए संघर्ष कर रहा था. उस दौर में सभी भारतीयों को एक साथ इकट्ठा करने के लिए गणेश उत्सव शुरू किया गया था. उस समय पूरे देश में बड़े-बड़े पंडाल बनाए जाते थे और स्वतंत्रता संग्राम के लिए चर्चा किया करते थे. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
प्यार करने वालों के लिए अलग और धोखा देने वालों के लिए अलग शरबत बेच रहा ये शख्स, मोहब्बत-ए-शरबत या शरबत-ए-नफरत क्या चखेंगे आप?
Ganesh Chaturthi 2018: 85 साल से यहां बैठते हैं गणपति बप्पा, आशीर्वाद लेने आता है अंबानी परिवार
मोबाइल स्क्रीन टूटने से काम नहीं कर रहा था टच, लड़के ने किया ऐसा जुगाड़, इंप्रेस हुए यूजर्स, बोले- ये तो कमाल हो गया
Next Article
मोबाइल स्क्रीन टूटने से काम नहीं कर रहा था टच, लड़के ने किया ऐसा जुगाड़, इंप्रेस हुए यूजर्स, बोले- ये तो कमाल हो गया
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;