लंदन:
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि करोड़ों साल पहले पृथ्वी अपने से कई गुना बड़े और तेज गति वाले किसी ग्रह से टकरा गई थी, जिसके फलस्वरूप चंद्रमा की उत्पत्ति हुई। वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे ग्रह के प्रभाव की वजह से पृथ्वी का कुछ भाग अलग हो गया और कालांतर में यह मलबा जमकर आज का चंद्रमा बन गया।
'बीबीसी न्यूज' की खबर में कहा गया है, हालांकि इस बात पर बहस जारी है कि दूसरे ग्रह का आकार कितना बड़ा था और उसकी गति कितनी थी। हालिया वर्षों में चंद्रमा की उत्पत्ति को लेकर वैज्ञानिकों का सटीक आकलन इसे माना जाता है कि मंगल के आकार का ग्रह 'थिया' बेहद धीमी गति से आगे बढ़ते हुए, पृथ्वी के बेहद शुरुआती दौर में इससे टकरा गया था।
इस टक्कर से गैसों का एक गुबार निकला, जो कालांतर में ठंडी होकर जम गईं और चंद्रमा का निर्माण हुआ। इस परिकल्पना के अनुसार, चंद्रमा पृथ्वी और थिया दोनों के तत्वों से बना है जो एक-दूसरे से थोड़े बहुत भिन्न थे।
'बीबीसी न्यूज' की खबर में कहा गया है, हालांकि इस बात पर बहस जारी है कि दूसरे ग्रह का आकार कितना बड़ा था और उसकी गति कितनी थी। हालिया वर्षों में चंद्रमा की उत्पत्ति को लेकर वैज्ञानिकों का सटीक आकलन इसे माना जाता है कि मंगल के आकार का ग्रह 'थिया' बेहद धीमी गति से आगे बढ़ते हुए, पृथ्वी के बेहद शुरुआती दौर में इससे टकरा गया था।
इस टक्कर से गैसों का एक गुबार निकला, जो कालांतर में ठंडी होकर जम गईं और चंद्रमा का निर्माण हुआ। इस परिकल्पना के अनुसार, चंद्रमा पृथ्वी और थिया दोनों के तत्वों से बना है जो एक-दूसरे से थोड़े बहुत भिन्न थे।
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