अपने पिता के साथ पूजा बिजारनिया
नई दिल्ली:
हम 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन इसके बावजूद आज भी ऐसे कई लोग हैं जो लड़कियों को बोझ मानते हैं. लोग लड़का पाने के लिए बड़े से बड़ा जतन करते हैं और लड़कियों को कोख में ही मार डालते हैं. लड़का पैदा हो जाए तो पूरे मोहल्ले में मिठाइयां बांटी जाती हैं और अगर लड़की का जन्म हो जाए तो परिवार में मातम छा जाता है. ऐसे लोगों का मानना है कि बड़े होकर लड़का उनका सहारा बनेगा और लड़की सिर्फ जिम्मेदारी. लेकिन एक लड़की ने ऐसी सोच रखने वाले लोगों को करारा जवाब दिया है जो यह मानते हैं कि लड़कियां परिवार खासकर मां-बाप की देखभाल नहीं कर सकतीं.
मौत के बाद चार लोगों को नई जिंदगी दे गई महिला
जी हां, यहां हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं उसका नाम पूजा बिजारनिया है. पूजा ने वह काम कर दिखाया है जिसे लड़के भी करने से घबराते हैं. पूजा ने अपना लीवर दान कर अपने पिता की जान बचा ली. इस केस को हैंडल कर रहे डॉक्टर रचित भूषण श्रीवास्तव ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर लोगों को इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि किस तरह पूजा इतनी बड़ी सर्जरी करवाने से ज़रा सा भी नहीं झिझकी. डॉक्टर ने पूजा और उनके पिता की एक फोटो पोस्ट की है जिसमें दोनों बड़े आराम से ऑपरेशन के निशान दिखा रहे हैं. डॉक्टर श्रीवास्तव का यह फेसबुक पोस्ट खूब वायरल हो रहा है.
माता-पिता ने सात दिन के बच्चे के अंग दान कर पेश की मिसाल
डॉक्टर ने अपने पोस्ट में लिखा है, 'बहादुर लड़की: असल जिंदगी में भी सच्चे हीरो होते हैं जो किस्मत, डर और नामुमकिन जैसे शब्दों पर भरोसा नहीं करते. जो लोग लड़कियों को बेकार समझते हैं उन्हें इस लड़की ने जवाब दिया है. एक ऐसी लड़की जिसे मैं निजी तौर पर नहीं जानता लेकिन वह मेरे लिए हीरो है. उसने लीवर ट्रांसप्लांट कर अपने पिता की जान बचा ली. मुझे तुम पर गर्व है और ऐसे लोगों बहुत कुछ सीखना है. गॉड ब्लेस यू पूजा बिजारनिया.
गौरतलब है कि अंग दान करने के लिए बहुत कम लोग आगे आत हैं. और तो और परिवार के लोग भी ऐसा करने से झिझकते हैं. ऐसे में पूजा ने सभी लोगों के सामने एक मिसाल पेश की है. हमारी ओर से पूजा को बधाई और शुभकामनाएं.
VIDEO: दिल दान करने की खाएं कसम, दें जिंदगी का तोहफा
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जी हां, यहां हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं उसका नाम पूजा बिजारनिया है. पूजा ने वह काम कर दिखाया है जिसे लड़के भी करने से घबराते हैं. पूजा ने अपना लीवर दान कर अपने पिता की जान बचा ली. इस केस को हैंडल कर रहे डॉक्टर रचित भूषण श्रीवास्तव ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर लोगों को इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि किस तरह पूजा इतनी बड़ी सर्जरी करवाने से ज़रा सा भी नहीं झिझकी. डॉक्टर ने पूजा और उनके पिता की एक फोटो पोस्ट की है जिसमें दोनों बड़े आराम से ऑपरेशन के निशान दिखा रहे हैं. डॉक्टर श्रीवास्तव का यह फेसबुक पोस्ट खूब वायरल हो रहा है.
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डॉक्टर ने अपने पोस्ट में लिखा है, 'बहादुर लड़की: असल जिंदगी में भी सच्चे हीरो होते हैं जो किस्मत, डर और नामुमकिन जैसे शब्दों पर भरोसा नहीं करते. जो लोग लड़कियों को बेकार समझते हैं उन्हें इस लड़की ने जवाब दिया है. एक ऐसी लड़की जिसे मैं निजी तौर पर नहीं जानता लेकिन वह मेरे लिए हीरो है. उसने लीवर ट्रांसप्लांट कर अपने पिता की जान बचा ली. मुझे तुम पर गर्व है और ऐसे लोगों बहुत कुछ सीखना है. गॉड ब्लेस यू पूजा बिजारनिया.
गौरतलब है कि अंग दान करने के लिए बहुत कम लोग आगे आत हैं. और तो और परिवार के लोग भी ऐसा करने से झिझकते हैं. ऐसे में पूजा ने सभी लोगों के सामने एक मिसाल पेश की है. हमारी ओर से पूजा को बधाई और शुभकामनाएं.
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