ब्रिजटाउन:
महेंद्र सिंह धोनी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके गेंदबाज वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में निर्धारित समय के भीतर ओवर पूरे करें, अन्यथा धीमी ओवरगति के कारण भारतीय कप्तान को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है। धोनी की टीम बारबाडोस टेस्ट में निर्धारित समय के भीतर तीन ओवर पीछे थी। इस साल में धोनी की यह दूसरी गलती है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में तीसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम की ओवर गति धीमी थी। डोमिनिका में 6 जुलाई से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में यह गलती दोहराये जाने पर धोनी को प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है। आईसीसी की आचार संहिता के नियम 2.5 के तहत यदि कोई टीम 12 महीने के भीतर तीन बार धीमी ओवरगति की दोषी पाई जाती है, तो कप्तान को खेल के उस प्रारूप से एक मैच का प्रतिबंध झेलना पड़ेगा। धीमी ओवरगति रहने पर खिलाड़ियों को मैच फीस का 10 प्रतिशत प्रति ओवर और कप्तान को दुगुना हर्जाना भुगतना पड़ता है। दो साल पहले धोनी को दो वनडे का प्रतिबंध झेलना पड़ा था, जब भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में दूसरे मैच में धीमी ओवरगति की दोषी रही थी। धोनी कटक और कोलकाता में नहीं खेल पाए थे और दिल्ली वनडे में उनकी वापसी हुई थी।
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