पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना वायरस (CoronaVirus In Pakistan) फैल चुका है. पाकिस्तान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को 1,571 संदिग्ध मामलों की जांच की जिसमें से 200 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए. महामारी के फैलने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने देश के लोगों को टेलीविजन के जरिए संबोधित किया. उन्होंने कहा- ''पाकिस्तान के हालात अमेरिका या यूरोप के जैसे नहीं हैं...हमारी 25 फीसदी आबादी बेहद मुफलिसी में जी रही है. अगर हमने शहरों को बंद कर दिया तो हम पहले से ही मुश्किल हालात में रह रहे अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से तो बचा लेंगे लेकिन वे भुखमरी से मारे जाएंगे.''
पीएम ने बचने के लिए पांच चीजें बताईं. पहला- भीड़ से बचें, दूसरा- हाथ न मिलाएं, तीसरा- हाथ धोते रहें, चौथा- पैनिक न हों और आखिर में इमरान ने कहा- आप ने घबराना नहीं है. जिस पर लोगों ने उन्हें ट्रोल (Troll) करना शुरू कर दिया. इमरान खान (Imran Khan) जब भी अवाम को संबोधित करते हैं तो 'घबराना नहीं है...' जरूर कहते हैं. इस बार भी उन्होंने ऐसा ही कहा. जिस पर लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस के रोकथाम के विकल्प बताने चाहिए थे. ट्विटर पर लोगों ने ऐसे रिएक्शन्स दिए...
Incompetency is on high, Never Imagine that kind of brainless speech from PM, but eventually i realized why Trump called him his good friend. His Careless attitude lead us towards calamity. May Almighty Help us to deal Pandemic with sensible & dynamic approach
— Syed Ali Sajjad (@QuaidVision) March 17, 2020
#PMImranKhan pic.twitter.com/upjexvvgsH
It isn't an address to the nation if it doesn't end with “Ghabrana nai hai”#PMImranKhan #coronavirusinpakistan pic.twitter.com/Bz6bJwafgq
— Maha Khan Jadoon (@MahaKhanJadoon) March 17, 2020
All this time PM Imran saying "Ghabrana nai hai" was not for people rather he was consoling himself.
— NAJJAFF (@najafali05) March 17, 2020
Haha...good one...ghabrana nai hai, sukoon se marna hai
— Ihtiram khan (@ihtikhan1) March 17, 2020
When someone tells you ke ghabrana nai hai, that's when you know ke ghabrana chahiye
— Ahmad Butt (@itsthepianoguy) March 17, 2020
पाकिस्तान ने क्रिकेट स्टेडियमों, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया है. खान ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ने पिछले साल उन्नति की थी लेकिन अब कोरोना वायरस संकट के कारण वह दबाव में है और उन्होंने सुझाव दिया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को देश के कर्ज भुगतान पर राहत देने पर विचार करना चाहिए.
पाकिस्तान अभी तक मौत का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है लेकिन पर्यवेक्षकों को आशंका है कि संक्रमित लोगों की वास्तविक संख्या आंकड़ों से कहीं अधिक है.
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