वैज्ञानिकों ने खुद से जुड़ने वाले एक नये बैट्री उपकरण का विकास किया है जो कुछ ही सेकेंड में चार्ज हो सकता है और भविष्य के मोबाइल उपकरणों को ऊर्जा दे सकता है. अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने तेजी से चार्ज होने की क्षमता रखने चाले ऊर्जा भंडारण उपकरणों की मांग पर ध्यान देने के लिए नयी ऊर्जा संरचना का निर्माण किया है.
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गैर सुचालक सेपरेटर के दोनों ही तरफ बैट्री के एनोड एवं कैथोड की बजाए वैज्ञानिकों ने खुद से जुड़ने वाले , थ्री डी गिरोइडल संरचना में अवयवों को आपस में बांधा और बेहद सूक्ष्म स्तर के छिद्रों में ऊर्जा भंडारण एवं आपूर्ति के लिए जरूरी तत्व भरे.
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विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उल्रिक विजनर ने बताया कि इन आपस में जुड़े डोमेन के आयामों को बेहद सूक्ष्म स्तर तक घटाने से पारंपरिक बैट्री संरचनाओं की तुलना में बेहद कम समय में ऊर्जा हासिल की जा सकती है.
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