
स्कूल ने गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को नहीं बल्कि माता-पिता को होमवर्क दे दिया.
एक्टर इरफान खान की फिल्म 'हिंदी मीडियम' याद होगी. जिसमें बच्ची का अच्छे स्कूल में एडमिशन कराने के लिए इरफान क्या-क्या नहीं करते. इंग्लिश सीखते हैं, हाई सोसाइटी में रहने चले जाते हैं, खुद को गरीब दिखाने के लिए छोपड़ी तक में रहने लगते हैं. ये तो रही एडमिशन की बात. रियल लाइफ में एक स्कूल ने कुछ ऐसा किया जिसको सुनकर इसी फिल्म की याद आ जाती है. चेन्नई के एक स्कूल ने गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को नहीं बल्कि माता-पिता को होमवर्क दे दिया. स्कूल ने माता-पिता को लंबी लिस्ट थमा दी है. जिसको सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.
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आज के समय में पिता के साथ-साथ कई माएं भी जॉब करती हैं, ऐसे में बच्चों पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है. यही चीज ध्यान में रखते हुए स्कूल ने माता-पिता को प्रोजेक्ट दिया है. चेन्नई के इस स्कूल का नाम है अनई वायलेट मैट्रिक हायर सेकेंड्री स्कूल. जिन्होंने पहली से पांचवीं क्लास तक के बच्चों के माता-पिता के लिए होमवर्क दिया है. 17 प्वॉइंट्स में स्कूल ने बताया है कि क्या-क्या करना है.
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पर्चे पर स्कूल की तरफ से लिखा गया है- डियर पेरेंट्स, पिछले 10 महीने से हमने आपके बच्चे को पूरी तरह से ध्यान दिया. आपने भी नोटिस किया होगा कि बच्चे को स्कूल आना बहुत पसंद था. आने वाले 2 महीने आपको बच्चे का ध्यान रखना होगा. उनकी छुट्टियों को यादगार बनाने के लिए हम कुछ टिप्स आपसे शेयर कर रहे हैं.
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* अपने बच्चों के साथ दिन में दो बार खाना जरूर खाएं. उन्हें किसानों के कठिन परिश्रम के बारे में बताएं. और खाना बेकार न करने की सलाह दें.
* खाने के बाद उन्हें अपनी प्लेटें खुद धोने दें. ऐसा करने से बच्चे मेहनत की कीमत समझेंगे.
* उन्हें अपने साथ खाना बनाने में मदद करने दें. उन्हें उनके लिए सब्जी या फिर फ्रूट सलाद बनाने दें.
* कम से कम तीन पड़ोसियों के घर जाएं. उनके साथ घुले-मिलें और उनको जानने की कोशिश करें.
* दादा-दादी के घर जाएं और उन्हें बच्चों के साथ घुलने मिलने दें. उनका प्यार और भावनात्मक सहारा आपके बच्चों के लिए बहुत जरूरी है. उनके साथ तस्वीरें लें.
* जहां आप काम करते हैं, उन्हें वहां ले जाएं. उन्हें ये बताने की कोशिश करें कि आप कितनी मेहनत करके परिवार को चलाते हैं.
* किसी भी त्योहार को न छोड़ें और लोकल मार्केट जरूर लेकर जाएं.
* अपने बच्चों को किचन गार्डन बनाने के लिए बीज बोने के लिए प्रेरित करें. उनको बताएं कि पेड़-पौधे बच्चों के विकास के लिए कितने जरूरी हैं.
* अपने बचपन और अपने परिवार के इतिहास के बारे में बच्चों को बताएं.
* अपने बच्चों का बाहर जाकर खेलने दें, चोट लगने दें, गंदा होने दें. कभी कभार गिरना और दर्द सहना उनके लिए अच्छा है. सोफे के कुशन जैसी आराम की जिंदगी आपके बच्चों को आलसी बना देगी.
* उन्हें कोई पालतू जावनर जैसे कुत्ता, बिल्ली, चिड़िया या मछली को अडॉप्ट करने दें.
* उन्हें कुछ लोक गीत जरूर सुनाएं.
* रंग बिरंगी तस्वीरों वाली स्टोरी बुक्स लेकर आएं और बच्चों को सुनाएं.
* टीवी, मोबाइल फोन, कंप्यूटर और गैजेट्स से बच्चों को दूर रखें.
* उन्हें चॉकलेट्स, जैली, क्रीम केक, चिप्स, गैस वाले पेय पदार्थ और पफ्स जैसे बेकरी प्रोडक्ट्स और समोसे जैसे तले हुए खाद्य पदार्थ देने से बचें.
* अपने बच्चों की आंखों में देखें और ईश्वर को धन्यवाद दें कि उन्होंने इतना अच्छा तोहफा आपको दिया.
(माता-पिता होने के नाते ये जरूरी है कि आप अपना समय बच्चों को दें.)
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आज के समय में पिता के साथ-साथ कई माएं भी जॉब करती हैं, ऐसे में बच्चों पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है. यही चीज ध्यान में रखते हुए स्कूल ने माता-पिता को प्रोजेक्ट दिया है. चेन्नई के इस स्कूल का नाम है अनई वायलेट मैट्रिक हायर सेकेंड्री स्कूल. जिन्होंने पहली से पांचवीं क्लास तक के बच्चों के माता-पिता के लिए होमवर्क दिया है. 17 प्वॉइंट्स में स्कूल ने बताया है कि क्या-क्या करना है.
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पर्चे पर स्कूल की तरफ से लिखा गया है- डियर पेरेंट्स, पिछले 10 महीने से हमने आपके बच्चे को पूरी तरह से ध्यान दिया. आपने भी नोटिस किया होगा कि बच्चे को स्कूल आना बहुत पसंद था. आने वाले 2 महीने आपको बच्चे का ध्यान रखना होगा. उनकी छुट्टियों को यादगार बनाने के लिए हम कुछ टिप्स आपसे शेयर कर रहे हैं.
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* अपने बच्चों के साथ दिन में दो बार खाना जरूर खाएं. उन्हें किसानों के कठिन परिश्रम के बारे में बताएं. और खाना बेकार न करने की सलाह दें.
* खाने के बाद उन्हें अपनी प्लेटें खुद धोने दें. ऐसा करने से बच्चे मेहनत की कीमत समझेंगे.
* उन्हें अपने साथ खाना बनाने में मदद करने दें. उन्हें उनके लिए सब्जी या फिर फ्रूट सलाद बनाने दें.
* कम से कम तीन पड़ोसियों के घर जाएं. उनके साथ घुले-मिलें और उनको जानने की कोशिश करें.
* दादा-दादी के घर जाएं और उन्हें बच्चों के साथ घुलने मिलने दें. उनका प्यार और भावनात्मक सहारा आपके बच्चों के लिए बहुत जरूरी है. उनके साथ तस्वीरें लें.
* जहां आप काम करते हैं, उन्हें वहां ले जाएं. उन्हें ये बताने की कोशिश करें कि आप कितनी मेहनत करके परिवार को चलाते हैं.
* किसी भी त्योहार को न छोड़ें और लोकल मार्केट जरूर लेकर जाएं.
* अपने बच्चों को किचन गार्डन बनाने के लिए बीज बोने के लिए प्रेरित करें. उनको बताएं कि पेड़-पौधे बच्चों के विकास के लिए कितने जरूरी हैं.
* अपने बचपन और अपने परिवार के इतिहास के बारे में बच्चों को बताएं.
* अपने बच्चों का बाहर जाकर खेलने दें, चोट लगने दें, गंदा होने दें. कभी कभार गिरना और दर्द सहना उनके लिए अच्छा है. सोफे के कुशन जैसी आराम की जिंदगी आपके बच्चों को आलसी बना देगी.
* उन्हें कोई पालतू जावनर जैसे कुत्ता, बिल्ली, चिड़िया या मछली को अडॉप्ट करने दें.
* उन्हें कुछ लोक गीत जरूर सुनाएं.
* रंग बिरंगी तस्वीरों वाली स्टोरी बुक्स लेकर आएं और बच्चों को सुनाएं.
* टीवी, मोबाइल फोन, कंप्यूटर और गैजेट्स से बच्चों को दूर रखें.
* उन्हें चॉकलेट्स, जैली, क्रीम केक, चिप्स, गैस वाले पेय पदार्थ और पफ्स जैसे बेकरी प्रोडक्ट्स और समोसे जैसे तले हुए खाद्य पदार्थ देने से बचें.
* अपने बच्चों की आंखों में देखें और ईश्वर को धन्यवाद दें कि उन्होंने इतना अच्छा तोहफा आपको दिया.
(माता-पिता होने के नाते ये जरूरी है कि आप अपना समय बच्चों को दें.)
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