नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन 20 जुलाई, 1969 को अपोलो 11 अंतरिक्ष यान के जरिये चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री थे।
इसके 45 सालों बाद नासा सोमवार को आर्मस्ट्रांग के सम्मान में प्रक्षेपण स्थल फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्थित ऐतिहासिक अभियान से जुड़ी इमारत को उनके नाम समर्पित करने जा रहा है। आर्मस्ट्रांग का 2012 में निधन हो गया था।
अपोलो11 के कमांड मोड्युल पायलट एल्ड्रिन और माइकल कॉलिंस इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
नासा की ओर से जारी बयान के मुताबिक, नील आर्मस्ट्रांग ने 45 साल पहले चंद्रमा पर छोटा कदम रखा था, जिसने इतिहास की दिशा बदल दी। इन सालों में वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकी और मानव शोध का अंतरिक्ष युग देखा गया जिसे हमने आधुनिक युग बनाया है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि अपोलो अभियान ने चंद्रमा की खोज में मानवों के लिए एक मार्ग तैयार किया था और आज देश उसी के जरिये धरती के नजदीक के क्षुद्र ग्रह, मंगल और अन्य ग्रहों की तरफ बढ़ रहा है।
नासा के इंजीनियर सुदूर अंतरिक्ष में इंसानों को भेज कर धरती से दूर यात्रा करने के लिए नए अंतरिक्ष परिवहन क्षमता का विस्तार कर रहे हैं।
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