
बेंगलुरु (Bengaluru) का किराया बाज़ार एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है, सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट में एक 4BHK फुली फर्निश्ड अपार्टमेंट दिखाया गया है जिसका सिक्योरिटी डिपॉजिट 23 लाख रुपये है, जो 12 महीने के 2,30,000 रुपये प्रति माह के किराए के बराबर है. इस असामान्य मांग ने शहर के रेंटल कल्चर पर बहस छेड़ दी है. कनाडाई डिजिटल क्रिएटर कैलेब फ्राइसन ने X पर यह विज्ञापन शेयर किया. कैलेब ने सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर भारी भरकम राशि लेने की आलोचना की और इसकी तुलना ग्लोबल रेंटल नॉर्म्स से की.
न्यूयॉर्क सिटी और टोरंटो से की तुलना
कैलेब फ्राइसन के ट्वीट में लिखा, "बेंगलुरु के मकान मालिक दुनिया में सबसे लालची हैं. 23 लाख रुपये की सुरक्षा जमा राशि (12 महीने का किराया) बहुत ज़्यादा है." फ्राइसन ने बेंगलुरु के किराया मानदंडों और वैश्विक मानकों के बीच भारी अंतर को भी उजागर किया. न्यूयॉर्क सिटी और टोरंटो जैसे शहरों में आमतौर पर एक महीने की जमा राशि की आवश्यकता होती है, सिंगापुर में सालाना एक महीने के पट्टे की, सैन फ्रांसिस्को में दो महीने की, दुबई में सालाना किराए का 5%-10% और लंदन में 5-6 हफ़्ते के किराए की आवश्यकता होती है, जबकि बेंगलुरु की लिस्टिंग में सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर एक साल के किराए की मांग की जा रही है.
यह संपत्ति बेनिगाना हल्ली में स्थित 4,500 वर्ग फुट का एक फुली फर्निश्ड इंडिपेंडेंट होम था, जिसका मासिक किराया 2,30,000 रुपये और सिक्योरिटी डिपॉजिट 23,00,000 रुपये था.
पोस्ट यहां देखें:
Bengaluru landlords are the greediest in the world
— Caleb (@caleb_friesen2) July 21, 2025
Rs. 23 lakh security deposit (12 months rent) is OUTRAGEOUS
meanwhile, deposits in other cities:
NYC? 1 month
Toronto? 1 month
Singapore? 1 month per year of lease
SF? 2 months'
Dubai? 5%-10% of annual rent
London? 5-6 weeks' pic.twitter.com/WPkl5o40C9
फ्राइसन की पोस्ट ने बेंगलुरु के रेंटल मार्केट को लेकर सोशल मीडिया पर एक तीखी बहस छेड़ दी. कुछ लोग 12 महीने की जमा राशि की मांग से हैरान थे, वहीं कुछ ने कहा कि शहर में प्रीमियम संपत्तियों के लिए हाई सिक्योरिटी डिपॉजिट असामान्य नहीं है. कुछ निवासियों ने बताया कि 5-6 महीने का किराया ज़्यादा आम है और उन्होंने बेंगलुरु की "कम-भरोसेमंद रेंटल संस्कृति" और किरायेदार-अनुकूल नियमों की कमी को इस भारी मांग के लिए जिम्मेदार ठहराया.
एक यूज़र ने लिखा, "बहुत लालची हैं और जब आप जाएंगे तो वे डिपॉज़िट से पूरी रकम काटकर पैसे न लौटाने की पूरी कोशिश करेंगे." एक और ने लिखा, "12 महीने का किराया शायद थोड़ा लालची है. लेकिन ज़्यादातर यह 5-6 महीने का किराया होता है. समाज में कम भरोसा (दुर्भाग्य से) और आवास की ऊंची कीमत (भारत के बाहर के अन्य शहरों की तुलना में) इसके मुख्य कारण हैं."
तीसरे यूज़र ने लिखा, "वे इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि लोग पैसे दे रहे हैं...!!! कोई भी मकान मालिक नहीं चाहता कि उसका घर खाली रहे. एक बार जब लोग 12 महीने के किराए के बराबर सिक्योरिटी राशि देना बंद कर देंगे, तो वे सिक्योरिटी राशि को घटाकर 1 महीने कर देंगे."
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