बर्तन धोने से बचने के लिए शख्स ने किया अजीब जुगाड़, इंप्रेस हुए हर्ष गोयनका, बोले- जब आपके पास पानी न हो तो...

वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए हर्ष गोयनका ने मजाकिया अंदाज में लिखा, "जब आपके पास बर्तन धोने के लिए पर्याप्त पानी नहीं हो."

बर्तन धोने से बचने के लिए शख्स ने किया अजीब जुगाड़, इंप्रेस हुए हर्ष गोयनका, बोले- जब आपके पास पानी न हो तो...

बर्तन धोने से बचने के लिए शख्स ने किया अजीब जुगाड़

बिजनेसमैन हर्ष गोयनका (Industrialist Harsh Goenka) ने बर्तन धोने के 'खतरनाक' काम से बचने के लिए बर्तनों को प्लास्टिक कवर से ढकने के एक अजीब उपाय का एक वीडियो साझा किया है. सोमवार को पोस्ट किए गए फुटेज की शुरुआत उस शख्स से होती है जो खुद को चावल परोसने की तैयारी कर रहा है, लेकिन तभी उसे खाना खाने के बाद बर्तन धोने की ड्यूटी का एहसास होता है. कुछ ही पलों में वह भोजन करने से पहले बड़ी तेजी से अपनी प्लेट, चम्मच और मग को पारदर्शी प्लास्टिक कवर से लपेट देता है.

एक बार काम पूरा हो जाने पर, वह आसानी से प्लास्टिक कवर हटा देता है, जिससे बर्तन साफ हो जाते हैं, और उन्हें बड़े करीने से रैक पर रख देता है. वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए हर्ष गोयनका ने मजाकिया अंदाज में लिखा, "जब आपके पास बर्तन धोने के लिए पर्याप्त पानी नहीं हो."

देखें Video:

यह वीडियो रसोई में होने वाले रोजमर्रा के संघर्षों की हल्की-फुल्की याद दिलाता है, जो दर्शकों को झंझट-मुक्त सफाई की इच्छा से जोड़ सकता है. लोग इस वीडियो को पसंद कर रहे हैं और इस जुगाड़ को करने वाले शख्स के खूब मज़े ले रहे हैं.

एक शख्स ने पोस्ट के कमेंट सेक्शन में कहा, "मैंने अपने छात्रावास के दिनों में ऐसा किया है. हमारे पास पानी की सप्लाई नहीं थी, और मेरे पास सीमित व्यंजन उपलब्ध थे." दूसरे ने कहा, "बहुत दिलचस्प है, हालांकि खाद्य ग्रेड प्लास्टिक की सराहना की जाएगी. शायद किसी को इस तरह का समाधान लाना चाहिए. उपयोग करें और फेंकें, किफायती." 

इंटरनेट के अन्य वर्गों ने अपनी राय ज़ाहिर की. एक ने कहा, ''यह पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक होगा.'' दूसरे ने कहा, "कुछ बर्तन आसानी से गिर जाएंगे क्योंकि प्लास्टिक घर्षण नहीं करता है." एक कमेंट में कहा गया, "खाना खाने का सबसे अस्वास्थ्यकर और अपमानजनक तरीका. मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि किसी को भी इस तरह से खाना न खाना पड़े."

एक ने बेंगलुरु में पानी की कमी के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए कहा, "आज बेंगलुरुवासियों का भाग्य. आज जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वे पिछले विकल्पों का परिणाम हैं, जिन्होंने दीर्घकालिक स्थिरता पर अल्पकालिक लाभ को प्राथमिकता दी. जो जैसा करता है, वैसा ही पाता है.''

यह वीडियो एक्स पर 72 हजार से अधिक बार देखा गया और वायरल हो रहा है. बर्तन न धोने के इस जुगाड़ के बारे में आपका क्या कहना है? कमेंट करिए.

ये Video भी देखें: दुनिया की पहली मिस AI प्रतियोगिता का आयोजन, ऑनलाइन कंटेंट की दुनिया में नई क्रांति?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com