
बच्ची का जन्म 22 नवंबर को इंग्लैंड के लीसेस्टर के ग्लेनफील्ड हॉस्पिटल में हुआ. जहां उसका दिल बाहर धड़क रहा था.
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जन्म के बाद छाती के बाहर धड़क रहा था बच्ची का दिल.
बच्ची का जन्म 22 नवंबर को लीसेस्टर के ग्लेनफील्ड हॉस्पिटल में हुआ.
डॉक्टर्स ने बड़े ऑपरेशन कर बचाया बच्ची को.
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बच्ची को बचाना था मुश्किल
बच्ची का जन्म 22 नवंबर को इंग्लैंड के लीसेस्टर के ग्लेनफील्ड हॉस्पिटल में हुआ. इस बच्ची की प्री-मैच्योर डेलिवरी हुई है. ये डेलिवरी नॉर्मल नहीं थीं बल्कि सिजेरियन थी. जिस रेयर कंडीशन में बच्ची दुनिया में आई उसे एक्टोपिया कॉर्डिस कहते हैं. जहां बच्चे का दिल चेस्ट से बढ़ा होता है. ऐसे में बच्चे को बचाना मुश्किल होता है. लेकिन डॉक्टर्स बच्ची को बचाने में सफल रहे.
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डॉक्टर्स ने स्टेटमैंट जारी करते हुए बताया कि इस ऑपरेशन के लिए 10 से 12 डॉक्टर्स, नर्स और क्लीनिक स्टाफ का सहारा लिया गया. बचाने के लिए डॉक्टर्स ने हर मुमकिन कोशिश की. कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है- यूनाइटेड किंगडम में ऐसा पहली बार हुआ है जब बच्ची को बचाया जा सका. जून में बच्ची को माता-पिता को पता चला था कि उनको बच्चा होने वाला है.
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पहले स्कैन करके डॉक्टर्स ने देखा कि बच्ची का दिल और पेट शरीर से बाहर डेवलप हो रहा है. लेकिन बाद में पेट तो ठीक हो गया लेकिन दिल बाहर ही रहा. डॉक्टर्स ने जन्म देने में काफी रिस्क बताया था. लेकिन माता-पिता ने रिस्क उठाया और बच्चे को जन्म देने का फैसला लिया. जन्म के बाद डॉक्टर्स ने बड़े ऑपरेशन के बाद बच्ची को बचा लिया.
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