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एक अमेरिकी ऐसा भी... स्वेटर पर उकेरता है ग्लोबल लैंडमार्क्स और वहीं जाकर लेता है सेल्फी, देखें इनका अनोखा शौक

सैम बार्स्की की ट्रैवल सिर्फ ट्रैवल नहीं, बल्कि एक आर्ट का रूप है. वे जिस तरह से स्वेटर के जरिए अपने एक्सपीरिएंस और ट्रैवल्स को शेयर करते हैं, वो न सिर्फ आर्ट लवर्स के लिए एक इंस्पिरेशन है.

एक अमेरिकी ऐसा भी... स्वेटर पर उकेरता है ग्लोबल लैंडमार्क्स और वहीं जाकर लेता है सेल्फी, देखें इनका अनोखा शौक
ये शख्स स्वेटर पर उकेरता है ग्लोबल लैंडमार्क्स और वहीं जाकर लेता है सेल्फी

Knits Global Landmarks On Sweaters: क्या आपने कभी सोचा है कि स्वेटर सिर्फ गर्मी देने के लिए नहीं, बल्कि ट्रैवल की यादों को जीवंत बनाने का एक यूनिक तरीका भी हो सकता है? अगर नहीं, तो सैम बार्स्की (Sam Barsky) का नाम जरूर जान लीजिए. 43 वर्षीय सैम, जो बाल्टीमोर के रहने वाले हैं, ने स्वेटर बुनाई के जरिए एक अनोखा और इंस्पिरेशनल आर्ट फॉम डेवलप किया है. वे ट्रैवल के दौरान जहां भी जाते हैं, उस स्थान की विशेषता को अपने स्वेटर में बुनते हैं और फिर उस स्वेटर को पहनकर वहां सेल्फी लेते हैं. इस अनोखे काम ने उन्हें न सिर्फ सोशल मीडिया पर पहचान दिलाई, बल्कि उन्होंने अपनी आर्ट को दुनिया भर में फैला दिया है.

ग्लोबल आर्ट को स्वेटर पर बुनते (Knits Global Landmarks On Sweaters)

स्वेटर बुनाई से ट्रैवल के साथ जुड़ाव
सैम बार्स्की के लिए बुनाई सिर्फ एक शौक नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. उन्होंने पिछले 18 वर्षों में 150 से ज्यादा स्वेटर बुने हैं और इनमें से लगभग 100 स्वेटर्स को उन्होंने दुनिया के मेन टूरिस्ट प्लेसेस पर पहनकर तस्वीरें खींची हैं. टाइम्स स्क्वायर से लेकर गोल्डन गेट ब्रिज और इजरायल के वेस्टर्न वॉल से लेकर इंग्लैंड के स्टोनहेंज तक, सैम के स्वेटर इन स्थानों की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व को बखूबी प्रदर्शित करते हैं.

कैसे हुए इंस्पायर्ड
इस अनोखी आर्ट के पीछे की इंस्पिरेशन एक लाइफ चैंजिंग घटना से जुड़ी हुई है. 1999 में, सैम ने हेल्थ इशूज़ के चलते नर्सिंग की अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी. एक दिन, एक यार्न स्टोर के कर्मचारियों से मिलने के बाद, सैम ने बुनाई के शौक को एक नई दिशा दी. धीरे-धीरे यह शौक एक आर्ट रूप में बदल गया और उन्होंने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया.

स्वेटर में बुनते हैं न सिर्फ स्थान, बल्कि भावना भी
सैम का कहना है कि बुनाई उनका पूरा काम है. उनका मानना है कि स्वेटर में किसी स्थान की विशेषता और भावना को पूरी तरह से उतारना बहुत दिलचस्प होता है. वे स्वेटर में नेचर, आर्किटेक्चर, हिस्टोरिकल मॉन्यूमेंट्स और हर स्थान की यूनीक आइडेंटिटी को बुने हुए धागों में पिरोते हैं. उदाहरण के तौर पर, जब वे गोल्डन गेट ब्रिज पर जाते हैं, तो उनका स्वेटर ब्रिज की लाल रंग के ढांचे को दर्शाता है और जब वे पीसा की झुकी हुई मीनार पर जाते हैं, तो उनकी स्वेटर में झुकी मीनार का डिज़ाइन शामिल होता है.

सैम का मानना है कि हर स्थान के साथ जुड़ाव सिर्फ उस स्थान के भौतिक पहलुओं तक सीमित नहीं होता, बल्कि उससे जुड़ी फीलिंग्स और एक्सपीरिएंस को भी फील करना और उसे अपने आर्ट में प्रज़ेंट करना है. इसलिए, जब सैम अपनी तस्वीरें खींचते हैं, तो वे न सिर्फ उस स्थान के भौतिक रूप को दिखाते हैं, बल्कि उसके साथ जुड़ी यादों और फीलिंग्स को भी जीवंत करते हैं.

लॉन्गटर्म गोल्स और फ्यूचर के स्वेटर
सैम का लॉन्गटर्म गोल बड़ा है. वे चाहते हैं कि उनके स्वेटर कलेक्शन में अमेरिका के 50 राज्यों के मेजर साइट्स और मोन्युमेंट्स शामिल हों. उनका उद्देश्य एक स्वेटर बनाना है, जो लिबर्टी बेल, ग्रैंड कैन्यन, स्पेस नीडल, माउंट रशमोर जैसे प्रसिद्ध मॉन्यूमेंट्स को अपने अंदर समेटे हो. इसके साथ ही, वे अपने कलेक्शन में माचू पिचू, पीसा की झुकी हुई मीनार और सिडनी ओपेरा हाउस जैसे ग्लोबाल डेस्टिनेशन को भी शामिल करना चाहते हैं. सैम ने बताया कि उन्हें हर स्वेटर को तैयार करने में लगभग एक महीने का समय लगता है और इस दौरान वे स्थान के प्रति अपनी गहरी समझ और सम्मान को बुनाई के धागों में समेटने की कोशिश करते हैं.

स्ट्रगल और इंस्पिरेशन का सोर्स
सैम का कहना है कि उनका बुनाई का सफर सिर्फ आर्ट का नहीं, बल्कि एक इंटरनल ट्रैवल का भी हिस्सा है. जब उन्होंने नर्सिंग छोड़ने का फैसला किया, तो उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लेकिन बुनाई ने उन्हें न सिर्फ मेंटल पीस दी, बल्कि एक नया ऑब्जेक्टिव और दिशा भी दी. सैम के लिए, बुनाई एक साधारण शौक से कहीं ज्यादा है. यह एक तरीका है खुद को दुनिया से जोड़ने का और इसके जरिए वे हर स्थान के वंडर और डाइवर्सिटी को फील करते हैं.

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