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This Article is From Sep 04, 2023

वैज्ञानिकों का कमाल ! 3,500 साल पहले ममी बनाने में इस्तेमाल की गई Scent को फिर से बनाया

जानकारी के मुताबिक, मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने ममी के सेंट को फिर बना दिया है. इस ममी का ना सेनेटने था. ये एक नर्स थी. इसका ओहदा मिस्र में काफी बड़ा था. इस पूरे प्रोजेक्ट को एक वैज्ञानिक शोधपत्र में विस्तार से बताया गया है.

वैज्ञानिकों का कमाल ! 3,500 साल पहले ममी बनाने में इस्तेमाल की गई Scent को फिर से बनाया

वैज्ञानिकों ने कमाल कर दिया है. 3,500 साल पहले मिस्र की एक महिला की ममी बनाने में इस्तेमाल की गई एक गंध (Scent) को फिर से बनाकर लोगों को हैरान कर दिया. हालांकि, ये बहुत ही मेहनत का काम था, मगर वैज्ञानिकों ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर सबको चौंका दिया है.  द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने जिस इजिप्ट की महिला के अवशेषों से इस खुशबू को बनाया है. इस सेंट का नाम  ''scent of eternity'' या ''the scent of life''  है. जानकारी के मुताबिक, मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने ममी के सेंट को फिर बना दिया है. इस ममी का ना सेनेटने था. ये एक नर्स थी. इसका ओहदा मिस्र में काफी बड़ा था. इस पूरे प्रोजेक्ट को एक वैज्ञानिक शोधपत्र में विस्तार से बताया गया है.

सेनेटने ममी के अवशेषों को एक सदी से भी अधिक समय पहले आर्कियोलॉजिस्ट हॉवर्ड कार्टर द्वारा इजिप्ट के थेब्स स्थित ‘वैली ऑफ किंग्स' से प्राप्त किया गया था. ‘वैली ऑफ किंग्स' – एक कब्रिस्तान, जो आमतौर पर फिरौन और शक्तिशाली कुलीनों के लिए आरक्षित होता था.

कैसे बनाया गया सेंट?

सेनेटने के ममीकरण के लिए बहुत खास तरह का लेप का इस्तेमाल किया गया था. ये लेप इसलिए लगाए गए थे ताकि ममी ज्यादा दिन तक रहे. इस सेंट को उसी लेप की मदद से बनाया गया है. इसके लिए वैज्ञानिकों ने सेनेटने के जिगर और फेफड़ों से भी नमूने लिए थे. इस काम में क्रोमैटोग्राफी सहित कई जटिल वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को अपनाया. 

इन 6 चीज़ों का प्रयोग किया

साइंटिफिक रिपोर्ट्स (रिसर्च जर्नल) के अनुसार,  मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने लेप से 6 तरह के नमूने इक्कट्ठे किए थे. इसे दो जार में रखा गया था. शव लेपन फ्यूलिड को बनाने में इस्तेमाल 6 चीजों के बारें में बताया है. मुध मक्खियों का मोम (बीजवैक्स), प्लांट ऑयल, और पेड़ की राल मुख्य तौर से उन सामग्रियों में से थे, जिनसे 3,500 साल से भी पहले सुगंध बनाई जाती थी. जिसका उपयोग ‘सेनेटने' के ममीकरण के दौरान भी किया गया था. 

शोधकर्ताओं ने अपने एक बयान में कहा- ये बहुत बड़ी सफ़लता है. इसमें गहन अध्ययन हुआ है. पूरी टीम के निरंतर प्रयास के कारण ये संभव हो पाया है. शोधकर्ताओं ने बताया कि ये यह बहुत ही शानदार अनुभव था.

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