सना:
यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह ने सुरक्षा बलों को प्रदर्शनकारियों और समर्थकों के बीच झड़प रोकने का आदेश दिया है। उन्हें प्रदर्शनकारियों और समर्थकों, दोनों की रक्षा करने के लिए कहा गया है। समाचार एजेंसी 'आरआईए नोवोस्ती' के मुताबिक दुनिया के गरीब देशों में से एक यमन में तीन दशक पुरानी सालेह सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए देशभर में पिछले दो सप्ताह से प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में अब तक कम से कम दो लोगों की जान जा चुकी है। समाचार चैनल 'अल अरबिया' ने एक अधिकारी के हवाले से खबर दी है, "अली अब्दुल्ला सालेह ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि वे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों और सरकार के समर्थकों के बीच सीधी टकराव को रोकें। सरकार नागरिकों के शांतिपूर्ण ढंग से सभा करने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करती रहेगी।" विपक्ष की ओर से भारी दबाव झेल रहे राष्ट्रपति सालेह ने फरवरी की शुरुआत में कहा था कि 2013 में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वह उम्मीदवार नहीं होंगे और न ही उनके बेटे राष्ट्रपति के रूप में उनके उत्तराधिकारी होंगे। 21 फरवरी को हालांकि उन्होंने फिर कहा कि वह किसी दबाव में इस्तीफा नहीं देंगे। उन्हें केवल चुनाव के माध्यम से ही हराया जा सकता है। उन्होंने विपक्ष पर वार्ता से इंकार करने और अपनी मांगें बढ़ाते जाने का आरोप लगाया। उल्लेखनीय है कि ट्यूनीशिया और मिस्र में सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद यमन, लीबिया, बहरीन, अल्जीरिया सहित कई अन्य देशों में भी सरकार विरोधी प्रदर्शन भड़क गया है।