ब्रिटेन की एक अदालत ने विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांज (Julian Assange) को 2012 में स्वीडन की प्रत्यर्पण याचिका से बचने के लिए जमानत शर्तों का उल्लंघन करने के लिए 50 हफ्तों के जेल की सजा सुनाई.
असांज, लंदन में साउथवार्क क्राउन कोर्ट में पेश हुए, जहां उन्हें जेल की सजा सुनाई गई. उन्हें पहले ही 11 अप्रैल को उल्लंघन का दोषी घोषित किया गया था. असांज को 11 अप्रैल को लंदन में इक्वाडोर दूतावास में सात साल बिताने के बाद गिरफ्तार किया गया.
मसूद अजहर घोषित हुआ वैश्विक आतंकी तो बीजेपी ने राहुल गांधी से कहा- दिल टूट गया होगा, है ना?
असांज ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर स्वीडन के प्रत्यर्पण से बचने के लिए 2012 में दूतावास में शरण ली थी. असांज ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया.
ये है दुनिया का पहला वर्टिकल नोट, जिसने जीता Bank Note of the Year का खिताब
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत को लिखे एक पत्र में असांज ने कहा कि उन्होंने खुद का मुश्किल परिस्थितियों से जूझते हुए पाया है. उन्होंने उन लोगों से माफी मांगी, जो मानते हैं कि मैंने उनका अनादर किया है.
उन्होंने कहा, "मैंने वही किया जो मुझे उस समय सबसे सही लगा या शायद वही चीज जो मैं कर सकता था."
VIDEO: विकीलीक्स : स्वीडिश कंपनी के लिए 'इंटरप्रेन्यूर' बन गए थे राजीव गांधी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं