विज्ञापन
This Article is From Aug 23, 2020

आखिर क्यों कोरोना संक्रमित मरीज सूंघने की क्षमता खो देते हैं ? जानिए यहां...

शोधकर्ताओं की एक टीम ने सर्जरी के दौरान मरीजों की नाक से निकाले गए टिशु का अध्ययन करने के बाद पाया कि COVID-19 से संक्रमित होने से मरीज सूंघने की क्षमता खो देते हैं, भले ही उन्हें कोई अन्य लक्षण न हों.

आखिर क्यों कोरोना संक्रमित मरीज सूंघने की क्षमता खो देते हैं ? जानिए यहां...
प्रतीकात्मक तस्वीर
वाशिंगटन:

शोधकर्ताओं की एक टीम ने सर्जरी के दौरान मरीजों की नाक से निकाले गए टिशु का अध्ययन करने के बाद पाया कि COVID-19 से संक्रमित होने से मरीज सूंघने की क्षमता खो देते हैं, भले ही उन्हें कोई अन्य लक्षण न हों. अपने प्रयोगों में, शोधकर्ताओं ने पाया कि नाक का जो हिस्सा सूंघने में मदद करता है वहां angiotensin-converting enzyme II (ACE-2) का स्तर काफी ज्यादा था. इस एंजाइम को कोरोना संक्रमण के लिए "प्रवेश बिंदु" माना जाता है. जहां से कोरोनो वायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है और संक्रमण फैलता है. 

शोधकर्ताओं का कहना है कि यूरोपीय रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित उनका शोध बताता है कि COVID-19 इतना संक्रामक क्यों है ? साथ ही सुझाव देता है कि शरीर के इस हिस्से को लक्षित करके महामारी के उपचार के दूसरे तरीके भी खोजे जा सकते हैं. यह अध्ययन प्रोफेसर एंड्रयू पी लेन और डॉ मेंगफी चेन द्वारा किया गया है.

प्रोफेसर लेन ने कहा: "मैं नाक और साइनस की समस्याओं का विशेषज्ञ हूं, इसलिए कोरोना में सूंघने की क्षमता का नुकसान मेरे अध्ययन का विषय बना. जबकि अन्य श्वसन वायरस आमतौर पर वायुप्रवाह में बाधा के माध्यम से सूंघने की क्षमता को नुकसान पहुंचाते हैं. कोविड कभी-कभी अन्य लक्षणों की अनुपस्थिति में सूंघ न सकने का कारण बनता है. "

टीम ने 23 रोगियों के नाक के टिशु के सैंपल का उपयोग किया. उन्होंने सात रोगियों के विंडपाइप का भी अध्ययन किया. इनमें से कोई भी मरीज कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं था.
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com