
भारत और मालदीव के रिश्तों की नई इबारत लिखी जा रही है. दोनों देश फिर से करीब आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा ने न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान की है, बल्कि मालदीव में रह रहे भारतीय प्रवासी समुदाय में भी उत्साह का माहौल बनाया है. पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच साझेदारी और सहयोग के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है. भारत ने शुक्रवार को मालदीव के लिए 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा देने की घोषणा की और जल्द ही एक मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की. साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का ‘सबसे भरोसेमंद’ मित्र होने पर गर्व है. आए आपको बताते हैं कि भारत की ओर से मालदीव को क्या-क्या मिला?
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शुक्रवार को माले में मालदीव के रक्षा मंत्रालय की अत्याधुनिक नई इमारत का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के उपयोग के लिए 72 वाहन और उपकरण भी सौंपे.
- प्रधानमंत्री मोदी का यह तीसरा मालदीव का दौरा है. मुइज्जू के कार्यकाल के दौरान किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली यात्रा है. भारत ने प्रधानमंत्री की मालदीव यात्रा के दौरान नए समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत मालदीव को 4,850 करोड़ की लोन सहायता प्रदान किया है. इस वित्तीय सहायता के तहत मालदीव को विकास परियोजनाओं के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन मुहैया कराए जाएंगे, जिससे मालदीव की आर्थिक स्थिरता और विकास दर में सुधार होगा.
- पीएम मोदी और मुइज्जू ने संयुक्त रूप से भारत द्वारा सहायता प्राप्त कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें माले में रक्षा मंत्रालय का नया भवन, अड्डू शहर में सड़कें और जल निकासी व्यवस्थाएं और हुलहुमाले में 3,300 आवास इकाइयां शामिल हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा राष्ट्रपति मुइज्जू के निमंत्रण पर हुई है. यह मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर है, जिसमें पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं. यह अवसर न केवल दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों का प्रतीक है, बल्कि 1965 में भारत द्वारा मालदीव की स्वतंत्रता को शीघ्र मान्यता दिए जाने की याद भी दिलाता है.
- भारत ने मालदीव में 6 उच्च-प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया है, जिससे वहां की अर्थव्यवस्था पर खासा असर देखने को मिलेगा.
- मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और रक्षा तथा सुरक्षा के क्षेत्रों सहित समग्र द्विपक्षीय संबंधों में मालदीव की पिछली सरकारों के कार्यकाल में वृद्धि देखी गई थी.
- दो दिवसीय यात्रा पर माले पहुंचने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ व्यापार, रक्षा और समुद्री सुरक्षा समेत कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए व्यापक वार्ता की. दोनों पक्षों ने मत्स्य पालन और कृषि, मौसम विज्ञान, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, यूपीआई, भारतीय फार्माकोपिया और द्वीप राष्ट्र को भारत की रियायती ऋण सुविधा के क्षेत्र में छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
- भारत और मालदीव के द्विपक्षीय संबंधों में यह बदलाव काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन के करीबी माने जाने वाले मुइज्जू नवंबर 2023 में ‘इंडिया आउट' अभियान के बल पर द्वीपीय राष्ट्र की सत्ता में आए हैं.
- बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा राष्ट्रपति मुइज्जू के निमंत्रण पर हुई है.
- यह मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर है, जिसमें पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं. यह अवसर न केवल दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों का प्रतीक है, बल्कि 1965 में भारत द्वारा मालदीव की स्वतंत्रता को शीघ्र मान्यता दिए जाने की याद भी दिलाता है.