इंडोनेशिया में उत्तरी सुमात्रा में माउंट सिनाबुंग ज्वालामुखी फटने से कम से कम 16 लोग मारे गए और एक गंभीर रूप से झुलस गया। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी।
राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पूर्वो नुगरोहो ने बताया कि सुकामेरियाह गांव में खतरे वाले क्षेत्र में करीब 200 बचावकर्ता लोगों की तलाश जारी रखेंगे। यहां उन्होंने कुछ पीड़ितों को देखा है।
सुतोपो ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "संभावना है कि ज्वालामुखी के मुहाने से करीब तीन किलोमीटर आगे सुकामेरियाह गांव में अभी भी कुछ लोग फंसे हों।"
एक मीडिया प्रभारी ने एक निकासी केंद्र पर कहा, "बचावकर्ता सुकामेरियाह गांव में यह जानने के लिए निकल रहे हैं कि वहां कोई ग्रामीण जिंदा बचा है या नहीं।"
सुतोपो ने बताया कि ज्वालामुखी में चार बार धमाके होने की वजह से मंगलवार को बचाव अभियान रोक दिया गया।
कारो जिले में स्थित 2,475 मीटर ऊंचा माउंट सिनाबुंग ज्वालामुखी वर्ष 2010 में फूटा। उस समय इसने दो लोगों की जान ली। इससे पूर्व यह 400 वर्षो तक सुसुप्त अवस्था में रहा।
सितंबर 2013 में सक्रिय होने के बाद माउंट सिनाबुंग में बीच बीच में कभी-कभी धमाके होते रहे हैं।
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