बेरूत:
सीरिया में भड़की हिंसा में गुरुवार को 170 लोगों की मौत हो गई। देश में संघर्षविराम लागू होने के बाद यह सबसे भीषण हिंसा है। सीरिया में नियुक्त मानवाधिकार पर्यवेक्षकों ने कहा कि संघर्षविराम लागू होने के बाद यह सबसे खूनी दिन रहा, जिसमें 170 लोगों की मौत हो गई।
सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रमी अब्देल रहमान ने भी इसकी पुष्टि की। देश के मध्य भाग में स्थित होम्स में सबसे ज्यादा जानें गईं, जहां 31 नागरिकों की मौत हो गई। दमिश्क के निकट दूमा में भी 30 नागरिकों की जान गई। वहीं दक्षिणी इलाके डेरा में 24 लोग मारे गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि मार्च, 2011 में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ शुरू हुए संघर्ष के बाद से अब तक करीब 15 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रमी अब्देल रहमान ने भी इसकी पुष्टि की। देश के मध्य भाग में स्थित होम्स में सबसे ज्यादा जानें गईं, जहां 31 नागरिकों की मौत हो गई। दमिश्क के निकट दूमा में भी 30 नागरिकों की जान गई। वहीं दक्षिणी इलाके डेरा में 24 लोग मारे गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि मार्च, 2011 में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ शुरू हुए संघर्ष के बाद से अब तक करीब 15 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
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