टेस्ला (Tesla) कंपनी ने अपनी गाड़ी के एक मालिक के हाथ में एक छोटा सा ऑपरेशन करके चिप (Chip Implant) लगा दिया है. अब इसके बाद उन्हें कभी अपनी गाड़ी की चाबी के ढूंढने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. टेस्ला के मालिक ब्रेंडन डेलाली ने यह वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर किया है. इसमें दिखता है कि डेलाली की दांए हाथ की हथेली के पीछे की तरफ एक वीवोकी एपेक्स चिप (VivoKey Apex chip) इम्पलांट किया गया है. इसके बाद वह अपने हाथ को जब टेस्ला गाड़ी के सेंसर के पास ले जाते हैं तो गाड़ी अपने आप खुल जाती है. इतना ही नहीं, गाड़ी के भीतर के सिस्टम भी केवल उनके हाथ के इशारे से ऑपरेट होना शुरू हो जाते हैं.
@elonmusk
— Brandon Dalaly (@BrandonDalaly) August 16, 2022
Finally decided to take my phone key issues in to my own hands... literally. Tesla key chip implant. pic.twitter.com/RVK8ZaePoI
डेलाली ने ने ट्विटर ने पर लिखा है, " आखिरकार मैंने अपनी चाबी का मुद्दा अपने हाथ में ले लिया...सही में..टेस्ला की चाबी का इम्पलांट करवा लिया है."
वीडियो में दिखता है कि डेलाली एक प्रोफेशन के पास जाकर यह चिप अपने हाथ में लगवा रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करने के बाद से लगातार इसे शेयर किया जा रहा है. इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा है, " हम्म्म...ये बहुत अजीब है...लेकिन अपने हाथ में कुछ ऐसा लगवाना खराब है जो केवल एक दरवाजा खोलने से ज्यादा और कुछ ना कर पाए.:"
एक अन्य यूजर ने लिखा है, " यह आपको कार स्टार्ट करने भी दे रहा है. तो अब आपको अपनी चाबी या अपना फोन अपने साथ ले जाने की कोई ज़रूरत नहीं है. "
कमेंट सेक्शन में डेलाली ने कुछ चिंताओं का जवाब देते हुए लिखा है...केवल आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इसे लेकर बहुत सी गलत बातें फैलाई जा रही हैं. यह चिप डेटा स्टोर कर सकता है. एक्सेस कंट्रोल कर सकता है, इसमें एक सिक्योर क्रिप्टो वॉलेट भी है और इससे भविष्य में क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन्स भी हो सकेंगे. यह केवल एक टेस्ला की चाबी नहीं है."
डेलाली ने बताया कि इस चिप को लगवाने के लिए उन्हें $400 देने पड़े. साथ ही उन्होंने बताया कि वह 100 लोगों के एक बीटा ग्रुप के सदस्य हैं जिनपर चिप का टेस्ट किया जा रहा है. इसे सार्वजनिक बाद में किया जाएगा.
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, यह वीवोकी एपेक्स (VivoKey Apex ) तकनीक के कारण मुमकिन हो पाया. यह नियर फील्ड कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल (near-field communication (NFC) protocol) पर काम करती है. इससे एप पे और होस्टल में बिना चाबी के एंट्री का प्रयोग भी किया जा रहा है.
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