काबुल:
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका के साथ दैनिक आधार पर बातचीत करने के लिए तालिबान की निंदा की क्योंकि वे आत्मघाती हमले करते हैं जिसमें नागरिक और बच्चे मारे जाते हैं।
इस्लामी आतंकवादी संगठन तालिबान बंदियों की अदाला बदली के लिए कतर में गत वर्ष मार्च महीने में अमेरिका के साथ अस्थायी सम्पर्क टूटने के बाद उसके साथ फिर से वार्ता बहाल होने से इनकार करता है।
करजई ने काबुल और खोस्त में दो आत्मघाती बम विस्फोटों के बाद तालिबान पर अपने शत्रुओं के साथ बातचीत करने और साथ ही निर्दोष अफगानिस्तानी नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘तालिबानी कहते हैं कि वे हमले करके अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। ऐसा तब है जब तालिबान के नेता, उनके प्रतिनिधि प्रतिदिन विदेश में अमेरिका के साथ बैठकें कर रहे हैं।’
इस्लामी आतंकवादी संगठन तालिबान बंदियों की अदाला बदली के लिए कतर में गत वर्ष मार्च महीने में अमेरिका के साथ अस्थायी सम्पर्क टूटने के बाद उसके साथ फिर से वार्ता बहाल होने से इनकार करता है।
करजई ने काबुल और खोस्त में दो आत्मघाती बम विस्फोटों के बाद तालिबान पर अपने शत्रुओं के साथ बातचीत करने और साथ ही निर्दोष अफगानिस्तानी नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘तालिबानी कहते हैं कि वे हमले करके अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। ऐसा तब है जब तालिबान के नेता, उनके प्रतिनिधि प्रतिदिन विदेश में अमेरिका के साथ बैठकें कर रहे हैं।’
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