अमेरिका (America) की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस (Vice President Kamala Harris) ने रविवार को एशिया (Asia) की यात्रा शुरू की है. अपनी इस यात्रा के जरिये हैरिस अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिका की अचानक वापसी और तालिबान के कब्जा करने के बाद क्षेत्र के लिए वाशिंगटन की प्रतिबद्धता का आश्वासन देंगी. कट्टरपंथियों की एक हफ्ते पहले अफगानिस्तान की सत्ता में तेजी से वापसी और हजारों लोगों के भागने की कोशिशों के हताश दृश्यों ने वैश्विक महाशक्ति के रूप में अमेरिका की छवि को प्रभावित किया है.हैरिस सिंगापुर पहुंच चुकी हैं.
अपनी यात्रा के दौरान जिसमें सिंगापुर और वियतनाम भी शामिल हैं, हैरिस अमेरिकी निर्भरता के बारे में चिंताओं को दूर करने की कोशिश करेंगी.
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'उपराष्ट्रपति अपनी यात्रा के दौरान यह स्पष्ट कर देंगी कि इस क्षेत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्थायी है.'
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हैरिस एक एशियाई-अमेरिकी हैं, जिनकी मां भारतीय मूल की थीं. रविवार को सिंगापुर पहुंची और सोमवार को राज्य और शहर के नेताओं से मुलाकात के जरिये अपनी गतिविधियां शुरू करेंगी.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह अफगानिस्तान की हार से बहुत पहले तय की गई थी. उन्होंने जोर देकर कहा कि हैरिस एशिया में वाशिंगटन के व्यापक रणनीति लक्ष्यों पर केंद्रित हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन चीन के खिलाफ गठबंधन बनाने और अशांत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद संबंधों को पुनः स्थापित करना चाहता है.
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ऐसे वक्त में जब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन अमेरिका के राजनीतिक प्रभुत्व और नौसैनिक प्रभुत्व को चुनौती दे रहा है, दक्षिण पूर्व एशिया 'रणनीतिक और आर्थिक रूप से देश के लिए महत्वपूर्ण' है. उन्होंने कहा कि यह अफगानिस्तान के साथ भी नहीं बदला है.
हैरिस सिंगापुर के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलेंगी और मंगलवार को हनोई पहुंचेगी. जहां वियतनाम की सरकार के साथ बैठक करेंगी और यूएस सेंटर फाॅर डिजील कंट्रोल की एक शाखा के उद्घाटन में भाग लेंगी.
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