वाशिंगटन:
अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने कहा है कि उनका देश 2020 तक प्रशांत महासागर में बड़ी संख्या में अपने युद्धपोतों की तैनाती दोबारा करेगा। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
समाचार एजेंसी 'आरआईए नोवोस्ती' के मुताबिक पेनेटा ने कहा, "वर्तमान में प्रशांत एवं अटलांटिक महासागर में तैनात अमेरिकी युद्धपोतों का अनुपात 50-50 है और 2020 तक इन दोनों क्षेत्रों में यह अनुपात करीब 60-40 करने की है।"
रक्षा मंत्री ने कहा, "एशिया प्रशांत क्षेत्र में तैनात किए जाने वाले इन युद्धपोतों में लड़ाकू विमानों को ढोने वाले छह युद्धपोत, अधिकतर जंगी जहाज, विध्वंसक और पनडुब्बियां शामिल होंगी।"
पेनेटा शनिवार को सिंगापुर में अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान के 11वें एशिया सुरक्षा सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
पेनेटा ने हालांकि, इन बातों को खारिज किया कि चीन के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अमेरिका अपनी सैन्य रणनीति में बदलाव कर रहा है।
पेनेटा ने कहा, "कुछ लोग एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के बढ़ते ध्यान को चीन को चुनौती के रूप में देखते हैं। मैं इस नजरिए को पूरी तरह से खारिज करता हूं।"
पेनेटा ने कहा, "राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका आने वाले दशकों में इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाएगा। जहां तक रक्षा नीति का सवाल है, हम मजबूत सहभागिता बढ़ाने एवं प्रशांत देशों की क्षमताओं को मजबूत बनाने के लिए प्रमुख भूमिका निभाएंगे।"
उल्लेखनीय है कि ओबामा ने नवंबर 2011 में घोषणा की थी कि देश की सुरक्षा नीति में एशिया-प्रशांत क्षेत्र प्राथमिकता में शीर्ष पर हैं।
समाचार एजेंसी 'आरआईए नोवोस्ती' के मुताबिक पेनेटा ने कहा, "वर्तमान में प्रशांत एवं अटलांटिक महासागर में तैनात अमेरिकी युद्धपोतों का अनुपात 50-50 है और 2020 तक इन दोनों क्षेत्रों में यह अनुपात करीब 60-40 करने की है।"
रक्षा मंत्री ने कहा, "एशिया प्रशांत क्षेत्र में तैनात किए जाने वाले इन युद्धपोतों में लड़ाकू विमानों को ढोने वाले छह युद्धपोत, अधिकतर जंगी जहाज, विध्वंसक और पनडुब्बियां शामिल होंगी।"
पेनेटा शनिवार को सिंगापुर में अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान के 11वें एशिया सुरक्षा सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
पेनेटा ने हालांकि, इन बातों को खारिज किया कि चीन के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अमेरिका अपनी सैन्य रणनीति में बदलाव कर रहा है।
पेनेटा ने कहा, "कुछ लोग एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के बढ़ते ध्यान को चीन को चुनौती के रूप में देखते हैं। मैं इस नजरिए को पूरी तरह से खारिज करता हूं।"
पेनेटा ने कहा, "राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका आने वाले दशकों में इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाएगा। जहां तक रक्षा नीति का सवाल है, हम मजबूत सहभागिता बढ़ाने एवं प्रशांत देशों की क्षमताओं को मजबूत बनाने के लिए प्रमुख भूमिका निभाएंगे।"
उल्लेखनीय है कि ओबामा ने नवंबर 2011 में घोषणा की थी कि देश की सुरक्षा नीति में एशिया-प्रशांत क्षेत्र प्राथमिकता में शीर्ष पर हैं।
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