वाशिंगटन:
अमेरिका की सर्वोच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक फैसले में गुरुवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा के महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य कानून पर अपनी मुहर लगा दी। नवम्बर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर न्यायालय का यह फैसला ओबामा की एक बड़ी जीत मानी जा रहा है।
न्यायालय ने 5-4 के बहुमत से दिए एक विभाजित फैसले में स्वास्थ्य कानून के उस केंद्रीय प्रावधान को बरकरार रखा, जिसके तहत सभी नागरिकों को 2014 के प्रारम्भ से स्वास्थ्य बीमा कराना होगा, अन्यथा जुर्माना भरना होगा। न्यायायल ने कहा कि लोगों को बीमा कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, लेकिन प्रस्तावित जुर्माने को कर के रूप में लगाया जा सकता है।
ओबामा के पूर्ववर्ती जॉर्ज बुश द्वारा नियुक्त कंजरवेटिव मुन्य न्यायाधीश जॉन राबर्टस ने एक चकित करने वाले बहुमत के फैसले में कहा कि न्यायालय आदेश देता है कि तथाकथित व्यक्तिगत आदेश वाणिज्यिक धारा के अनुसार अंसवैधानिक है, लेकिन कर के रूप में जायज है।
न्यायालय का फैसला आने के बाद अभी तक ओबामा की टिप्पणी नहीं मिल पाई थी। न्यायालय के फैसले से राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल के लिए तैयारी कर रहे ओबामा को अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोम्नी के खिलाफ राजनीतिक रूप से मजबूती मिली है।
न्यायालय ने 5-4 के बहुमत से दिए एक विभाजित फैसले में स्वास्थ्य कानून के उस केंद्रीय प्रावधान को बरकरार रखा, जिसके तहत सभी नागरिकों को 2014 के प्रारम्भ से स्वास्थ्य बीमा कराना होगा, अन्यथा जुर्माना भरना होगा। न्यायायल ने कहा कि लोगों को बीमा कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, लेकिन प्रस्तावित जुर्माने को कर के रूप में लगाया जा सकता है।
ओबामा के पूर्ववर्ती जॉर्ज बुश द्वारा नियुक्त कंजरवेटिव मुन्य न्यायाधीश जॉन राबर्टस ने एक चकित करने वाले बहुमत के फैसले में कहा कि न्यायालय आदेश देता है कि तथाकथित व्यक्तिगत आदेश वाणिज्यिक धारा के अनुसार अंसवैधानिक है, लेकिन कर के रूप में जायज है।
न्यायालय का फैसला आने के बाद अभी तक ओबामा की टिप्पणी नहीं मिल पाई थी। न्यायालय के फैसले से राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल के लिए तैयारी कर रहे ओबामा को अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोम्नी के खिलाफ राजनीतिक रूप से मजबूती मिली है।
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