दुनिया के 180 से ज्यादा देशों को कोरोनावायरस (Coronavirus) ने अपनी चपेट में ले रखा है. कोरोना के कहर के बीच कई देशों में COVID वैक्सीन (COVID Vaccine) को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. अमेरिका में फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन लोगों को लगाए जाने के लिए कंपनी की मिशीगन फैक्ट्री से निकलने के लिए तैयार है. अमेरिका अपने लोगों को COVID वैक्सीन ऐसे समय देने जा रहा है जब दुनिया में वायरस से 16 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.
वैक्सीन की खुराक को बर्फ से भरे बॉक्सों में बाहर भेजा जाएगा, जो कि तापमान हो माइनस 70 डिग्री पर रखने की सक्षम होगी. दवा को खराब होने से बचाने के लिए यह तापमान जरूरी है.
लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन की कमान संभाल रहे जनरल गस परना ने इस क्षण को डी-डे से जोड़ा है, जो कि द्वितीय विश्व युद्ध का एक टर्निंग प्वाइंट था. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मुझे पूरी तरह से यकीन है कि हम इस बहुमूल्य वैक्सीन को सुरक्षित तरह से वितरित करने में कामयाब रहेंगे. कोरोना को हारने में इसकी जरूरत है."
कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में टीकाकरण अभियान ऐसे समय शुरू हो रहा है कि जब जर्मनी ने कोरोनावायरस संक्रमण के मामले में हुई वृद्धि को रोकने के लिए बुधवार से अपने यहां आंशिक लॉकडाउन (Partial Lockdown) की घोषणा की है. इसके तहत बुधवार से गैर-जरूरी दुकानें और स्कूल बंद रहेंगे.
जर्मनी में यह लॉकडाउन 10 जनवरी तक लागू रहेगा. कंपनियों से कर्मचारी को घर से काम करने की अनुमति देने या फिर छुट्टी पर भेजने का आग्रह किया गया है.
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