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ये मेरी धमकियों का असर... Meta के फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम बंद होने पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

जनवरी 2021 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद यूएस कैपिटल में हिंसा हुई थी. इसके बाद मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर बैन लगा दिया था. ये बैन 2 साल बाद 2023 में हटाया गया. इस वजह से ट्रंप और जुकरबर्ग के रिश्ते खराब हो गए थे.

ये मेरी धमकियों का असर... Meta के फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम बंद होने पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने फैक्ट-चेकिंग (वेरिफिकेशन) प्रोग्राम को बंद करने का ऐलान किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले मेटा ने ये फैसला लिया है. मेटा अब X (पहले ट्विटर) की तर्ज पर 'कम्युनिटी नोट्स' नाम का एक नया प्रोग्राम शुरू करेगा. मेटा के इस फैसले पर ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है. ट्रंप ने इस फैसले को उनकी धमकियों का असर करार दिया. ट्रंप ने इसके साथ ही मेक्सिको की खाड़ी का बदल बदलने और कनाडा पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात भी कही है.

अमेरिका से शुरुआत करते हुए मेटा इंडिपेंडेंट थर्ड-पार्टी फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम को खत्म कर देगी. कंपनी ने कहा कि उसने यह फैसला इसलिए लिया, क्योंकि एक्सपर्ट फैक्ट-चेकर्स भी अपने खुद के पूर्वाग्रह रखते हैं. इसलिए अब मेटा 'कम्युनिटी नोट्स' मॉडल अपनाएगी. X के मालिक एलन मस्क ने मेटा के इस फैसले को अच्छा कदम बताया है. 

मेटा के इस फैसले का क्रेडिट खुद को देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "शायद मेरी धमकियों की वजह से ही मार्क जुकरबर्ग को अपनी कंपनी मेटा में फैक्ट-चेक्स प्रोग्राम बंद करने का फैसला लेना पड़ा."

डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो एस्टेट रिसॉर्ट में मीडिया ब्रीफिंग में ये बातें कही. उन्होंने कहा, "मेटा का ये कदम अच्छा है." जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि यह जुकरबर्ग के खिलाफ उनकी धमकियों की वजह से मेटा ने ये फैसला लिया. इसपर ट्रंप ने कहा, "शायद. हां ऐसा हो सकता है."

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी चुनाव के दौरान मार्क जुकरबर्ग की आलोचना की थी. उन्होंने दावा किया था कि फैक्ट-चेकर्स प्रोग्राम ने रूढ़िवादी यूजर्स के पोस्ट के साथ गलत व्यवहार किया है.

क्यों बिगड़े थे ट्रंप और जुकरबर्ग के रिश्ते?
दरअसल, जनवरी 2021 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद यूएस कैपिटल में हिंसा हुई थी. इसके बाद मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर बैन लगा दिया था. ये बैन 2 साल बाद 2023 में हटाया गया. इस वजह से ट्रंप और जुकरबर्ग के रिश्ते खराब हो गए थे.

वहीं, जुकरबर्ग ने 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान किसी भी कैंडिडेट का सपोर्ट नहीं किया था. लेकिन, ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी थी और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना भी की थी.

कनाडा पर इकोनॉमिक बैन लगाने की धमकी
कनाडा में जस्टिन ट्रूडो के PM पद से इस्तीफे के बाद राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर इकोनॉमिक फोर्स लगाने की बात की है. ट्रंप इससे पहले कनाडा पर पहले से ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी दे चुके हैं. उन्होंने कनाडा को अमेरिका का 51वां स्टेट बनने का ऑफर भी दे दिया है. जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वो कनाडा पर मिलिट्री फोर्स लगाएंगे? जवाब में उन्होंने कहा, "मिलिट्री फोर्स तो नहीं, लेकिन मैं इकोनॉमिक फोर्स जरूर लगाना चाहूंगा."

मेक्सिको की खाड़ी का बदल सकते हैं नाम
डोनाल्ड ट्रंप ने इसके साथ ही मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलने की बात भी कही है. ट्रंप ने कहा, मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर 'गल्फ ऑफ अमेरिका' यानी अमेरिका की खाड़ी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मेक्सिको को लाखों लोगों को हमारे देश में आने की परमिशन देना अब से बंद करना होगा.

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