चुनावी हार के बाद अपने पहले टीवी साक्षात्कार में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को कहा कि वह जो बिडेन की जीत को कभी स्वीकार नहीं करेंगे और मतदान को लेकर हुए फर्जीवाड़े की बातों पर डटे रहेंगे. ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज के साक्षात्कारकर्ता मारिया बार्टिरोमो को बताया, "ऐसा नहीं है कि मेरी राय बदल जाएगी. मेरा मन छह महीने में नहीं बदलेगा."
उन्होंने कहा, "इस चुनाव में धांधली हुई है. यह चुनाव कुलमिलाकर धोखाधड़ी था." ट्रंप ने दावा किया, "हमने चुनाव आसानी से जीत लिया है." 45 मिनट के इंटरव्यू में ट्रम्प ने चुनाव-धोखाधड़ी से जुड़े दावे किए. अमेरिकी चुनाव प्रणाली की वैधता पर ट्रम्प के हमले के बावजूद, उनकी कानूनी टीम ने अभी तक कोई सबूत नहीं दिया है.
अमेरिका की अधिकतर अदालतों ने ट्रंप द्वारा दायर किए गए मामलों को खारिज कर दिया है. हालिया मामला पेन्सिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट में आया था जहां ट्रम्प समर्थकों द्वारा राज्य में बिडेन की जीत के खिलाफ दायर एक मुकदमे को कोर्ट ने ठुकरा दिया.
ट्रम्प ने कहा, "हम सबूतों को जुटाने की कोशिश कर रहे हैं." "हम कोशिश कर रहे हैं. हमारे पास इतने सबूत हैं." अपने कार्यालय और न्यायिक और कानून प्रवर्तन प्रणाली के बीच सामान्य सीमाओं की अनदेखी करते हुए, ट्रम्प ने शिकायत की कि न्याय विभाग और एफबीआई उनकी मदद नहीं कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट को लेकर सवाल उठाते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर यह हस्तक्षेप नहीं करता है तो किस बात का सुप्रीम कोर्ट है. "हमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सुना जाना चाहिए. अन्यथा, सर्वोच्च न्यायालय क्या है?"
ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज पर यह कहने से इनकार कर दिया कि वह अपनी कानूनी लड़ाई को खत्म होते देख रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं एक तारीख नहीं दे सकता हूं." यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अभी भी जीत की राह दिख रही है, उन्होंने कहा: "मुझे उम्मीद है."
बता दें कि बिडेन ने इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीता है. लोकप्रिय राष्ट्रीय वोट में भी वे आगे हैं. हालांकि ट्रम्प ने अभी हार को स्वीकार नहीं किया है. 14 दिसंबर को बिडेन की जीत की पुष्टि हो जाएगी और 20 जनवरी को वे शपथ लेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं