वाशिंगटन:
पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी मदद में कटौती के मामले पर अमेरिकी कांग्रेस में समर्थन बढ़ता जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान आतंकवादियों की अनदेखी कर रहा है। यह जानकारी एक प्रमुख सीनेटर ने दी है। सीनेट की आर्म्ड सर्विसिज कमेटी के अध्यक्ष कार्ल लेविन ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, "पाकिस्तान द्वारा हक्कानी नेटवर्क और क्वे टा शूरा का लगातार समर्थन करना.. पाकिस्तान को वित्तीय मदद जारी रखने के रास्ते में एक वास्तविक समस्या खड़ा करता है।" लेविन ने कहा, "ये ऐसे लोग हैं, जो हमारी हत्या कर रहे हैं, और यह बात जाहिर है। यह लादेन जैसा मामला नहीं है, जिसके बारे में उन्होंने इनकार किया, जबकि वे जानते थे कि वह वहां पांच वर्षो से रह रहा था।" लेविन ने कहा, "जो वे कहते थे, उसे स्वीकार करना कठिन था। वे यह नहीं कहते कि वे हक्कानी के ठिकाने के बारे में नहीं जानते। वे जानते हैं कि हक्कानी कहां है- वह उत्तरी वजीरिस्तान में है।" हक्कानी नेटवर्क और क्वे टा शूरा का पाकिस्तानी तालिबान से सम्बंध है। डेमोक्रेट सीनेटर लेविन ने हालांकि इस बारे में खास जानकारी देने से इनकार कर दिया कि वह पाकिस्तान को दी जाने वाली किस मदद को रोकने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन रक्षा विभाग की ओर से पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधी प्रयासों के लिए 2.3 अरब डॉलर का अनुरोध लम्बित पड़ा हुआ है। लेविन की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर सीनेट में बहुमत के नेता हैरी रीड ने अपना पूर्ववत रुख अपनाते हुए कहा कि पाकिस्तान को वित्तीय सहायता रोकने के सम्बंध में चर्चा करना बहुत जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, "यह समय फिलहाल किसी फैसले को रोकने का है।" इस बीच व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा कि "अमेरिका का पाकिस्तान के साथ रिश्ता बहुत महत्वपूर्ण है। यह जटिल है और कभी-कभी पेचीदा हो जाता है। लेकिन हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों के लिए यह महत्वपूर्ण है, और इस लिहाज से आपसी रिश्ता उच्च प्राथमिकता में है।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अमेरिका, पाक, मदद, कटौती, मांग