
पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर से जूझ रही है. अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शीर्ष पर है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि कोरोना वायरस का टीका तैयार होने के बाद अमेरिका दूसरे देशों को वैक्सीन (vaccine) की आपूर्ति कर सकता है. बता दें कि दुनिया के कई देश में COVID-19 की वैक्सीन विकसित करने में जुटे हैं. भारत भी इन देशों की सूची में शामिल है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, "जब हमारे पास कोरोना का टीका होगा तो इसे दूसरे देशों को दिया जाएगा." ट्रंप ने कहा, "वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में तेज प्रयास किए जा रहे हैं. शायद हम दुनिया के कई हिस्सों में भारी मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति करेंगे, जैसा हमने वेंटिलेटर और अन्य चीजों के मामले में किया था."
ट्रंप सरकार का इस साल के अंत तक या 2021 के शुरुआत तक वैक्सीन उपलब्ध करने का लक्ष्य है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने संभावित टीके के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है. इस टीके को अमेरिकी बायोटेकनॉलिजी कंपनी मोडेरना ने विकसित किया है.
एनआईएच की योजना बड़े पैमाने पर वैक्सीन की क्लीनिकल टेस्टिंग की है. यह करीब 30,000 व्यस्क वालेंटियर को इस प्रक्रिया में शामिल करना चाहता है.
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से संकलिप आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 43 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 1,49,000 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं