बराक ओबामा का फाइल फोटो
वाशिंगटन:
अमेरिका में सरकार का कामकाज ठप पड़ने (शटडाउन) की स्थिति दूसरे सप्ताह भी जारी है तथा देश के ऋण भुगतान से चूकने का खतरा उत्पन्न हो गया है, क्योंकि ऋण सीमा बढ़ाने की आखिरी समयसीमा 17 अक्तूबर काफी नजदीक आ चुकी है।
गत रात ऐसा प्रतीत हुआ कि व्हाइट हाउस और कांग्रेस में डेमोक्रेटिक पार्टी नेतृत्व रिपब्लिकन पार्टी को इस बात के लिए तैयार करने के प्रयास में था कि वह एक हजार अरब डॉलर ऋण सीमा को लंबे समय के लिए बढ़ाने पर सहमत हो जाए। यद्यपि ऐसा लगता है कि रिपब्लिकन पार्टी ऐसा बिना शर्त करने का तैयार नहीं है।
टेक्सॉस से रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर एवं सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष जॉन कोरिन ने कहा, हम राष्ट्रपति को बिना शर्त ऋण सीमा बढ़ोतरी प्रदान नहीं करेंगे, क्योंकि यह देश के लिए तबाही का कारण होगा। इस सब के बावजूद सरकारी कामकाज ठप पड़ने की स्थिति दूसरे सप्ताह भी जारी है। यद्यपि पेंटागन ने अपने अधिकतर कर्मचारियों को काम पर वापस बुला लिया है, लेकिन हजारों संघीय कर्मचारी अभी भी बिना कार्य और बिना वेतन के हैं। इससे सरकार का प्रदर्शन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
अमेरिका के लिए गत 17 वर्षों में यह ऐसा पहला शटडाउन है। इस बीच वाशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज के सर्वेक्षणों में कहा गया है कि रिपब्लिकन पार्टी बजट को लेकर जिस तरीके से बातचीत कर रही है, उसे 70 फीसदी अमेरिकी नापसंद करते हैं। गत सप्ताह 63 फीसदी इसके खिलाफ थे, जबकि 24 फीसदी ने इसे सही बताया था। इससे पहले दिन में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी से तब तक बातचीत नहीं की जाएगी जब तक वे सरकार के कामकाज को बहाल नहीं कर देते।
उन्होंने कहा, हम अर्थव्यवस्था और मध्यम वर्ग परिवार को और नुकसान होने के खतरे के बीच बातचीत नहीं करेंगे। हम शटडाउन लंबे समय तक जारी रहने के खतरे के बीच भी बातचीत नहीं करेंगे। वाशिंगटन हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा कि ओबामा रिपब्लिकन पार्टी से बातचीत को तैयार हैं, लेकिन खतरे के बीच नहीं। अमेरिका के ऋण का भुगतान से चूक जाने की संभावना के बीच कल बाजार पर सीधा असर पड़ा और स्टॉक बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
गत रात ऐसा प्रतीत हुआ कि व्हाइट हाउस और कांग्रेस में डेमोक्रेटिक पार्टी नेतृत्व रिपब्लिकन पार्टी को इस बात के लिए तैयार करने के प्रयास में था कि वह एक हजार अरब डॉलर ऋण सीमा को लंबे समय के लिए बढ़ाने पर सहमत हो जाए। यद्यपि ऐसा लगता है कि रिपब्लिकन पार्टी ऐसा बिना शर्त करने का तैयार नहीं है।
टेक्सॉस से रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर एवं सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष जॉन कोरिन ने कहा, हम राष्ट्रपति को बिना शर्त ऋण सीमा बढ़ोतरी प्रदान नहीं करेंगे, क्योंकि यह देश के लिए तबाही का कारण होगा। इस सब के बावजूद सरकारी कामकाज ठप पड़ने की स्थिति दूसरे सप्ताह भी जारी है। यद्यपि पेंटागन ने अपने अधिकतर कर्मचारियों को काम पर वापस बुला लिया है, लेकिन हजारों संघीय कर्मचारी अभी भी बिना कार्य और बिना वेतन के हैं। इससे सरकार का प्रदर्शन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
अमेरिका के लिए गत 17 वर्षों में यह ऐसा पहला शटडाउन है। इस बीच वाशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज के सर्वेक्षणों में कहा गया है कि रिपब्लिकन पार्टी बजट को लेकर जिस तरीके से बातचीत कर रही है, उसे 70 फीसदी अमेरिकी नापसंद करते हैं। गत सप्ताह 63 फीसदी इसके खिलाफ थे, जबकि 24 फीसदी ने इसे सही बताया था। इससे पहले दिन में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी से तब तक बातचीत नहीं की जाएगी जब तक वे सरकार के कामकाज को बहाल नहीं कर देते।
उन्होंने कहा, हम अर्थव्यवस्था और मध्यम वर्ग परिवार को और नुकसान होने के खतरे के बीच बातचीत नहीं करेंगे। हम शटडाउन लंबे समय तक जारी रहने के खतरे के बीच भी बातचीत नहीं करेंगे। वाशिंगटन हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा कि ओबामा रिपब्लिकन पार्टी से बातचीत को तैयार हैं, लेकिन खतरे के बीच नहीं। अमेरिका के ऋण का भुगतान से चूक जाने की संभावना के बीच कल बाजार पर सीधा असर पड़ा और स्टॉक बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
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