
अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान में GBU-43 बम गिराया है
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पेंटागन ने बताया कि पहली बार इस बम का प्रयोग किया गया है
MC-130 एयरक्राफ्ट से विशाल बम GBU-43 को गिराया गया
GBU-43 का वजन 21,600 पाउंड (9,797 किग्रा) बताया जा रहा है
हालांकि यह तुरंत पता नहीं चल सका है कि इस बम ने कितना नुकसान पहुंचाया है. पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टम्प ने बताया कि इस हथियार का लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया गया.

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने कहा कि हमने ISIS के आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सुरंगों और खोहों को निशाना बनाया. इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि इससे आम नागरिकों और उनकी संपत्तियों को कोई नुकसान न पहुंचे. स्पाइसर ने कहा कि ISIS के खिलाफ लड़ाई को अमेरिका बेहद गंभीरता से ले रहा है.
अफगानिस्तान में अमेरिकी और विदेशी सुरक्षा बलों के प्रमुख जनरल जॉन निकोलसन ने कहा कि इस बम का इस्तेमाल ISIS के लड़ाकों के खिलाफ हुआ, जो सुरंगों को अपना ठिकाना बनाए रहते हैं.
'मदर ऑफ आल बम'
इस बम को 'सभी बमों की जननी' भी कहा जाता है. यह अमेरिका का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है. जीपीएस गाइडेड यह बम जमीन से ठीक पहले फटता है और इसका दायरा काफी बड़ा होता है. अंडरग्राउंड टारगेट को नष्ट करना सबसे बड़ी खासियत होती है. मार्च 2003 में इराक युद्ध से ठीक पहले इसका टेस्ट किया गया.
इस GBU-43 बम का वजन 21,600 पाउंड (9,797 किग्रा) है. इसका पहली बार परीक्षण मार्च 2003 में ईराक युद्ध शुरू होने से कुछ दिन पहले ही किया गया था. इसमें 11 टन विस्फोटक पदार्थ आता है. पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने बताया कि यह पहला मौका है जब अमेरिका ने इस बम का इस्तेमाल किया है.
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