वाशिंगटन:
अमेरिका ने कहा कि भारत सरकार जब कभी धर्म के नाम पर हिंसा और अतिउत्साही गौरक्षकों संबंधी मामलों पर कार्रवाई करने में 'धीमी' रही है, उसने अपनी चिंताएं स्पष्ट रूप से जाहिर की हैं.
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के एंबेसेडर एट लार्ज रब्बी डेविड नाथन सुपरस्टीन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'जब कभी भारत सरकार हिंसा की घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में धीमी रही हैं, हम उसे लेकर हमारी चिंताएं भारत के समक्ष व्यक्त करने में स्पष्ट रहे हैं. गाय को लेकर हुए कुछ विवाद इसी का एक उदाहरण है.'
सुपरस्टीन ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता की वर्ष 2015 की वाषिर्क रिपोर्ट जारी करने के बाद भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, 'ऐसा कई बार हुआ है जब (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी सभी की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा और सभी की सुरक्षा करने की जरूरत के बारे में बोले हैं और बहुत मजबूती से बोले हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के एंबेसेडर एट लार्ज रब्बी डेविड नाथन सुपरस्टीन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'जब कभी भारत सरकार हिंसा की घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में धीमी रही हैं, हम उसे लेकर हमारी चिंताएं भारत के समक्ष व्यक्त करने में स्पष्ट रहे हैं. गाय को लेकर हुए कुछ विवाद इसी का एक उदाहरण है.'
सुपरस्टीन ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता की वर्ष 2015 की वाषिर्क रिपोर्ट जारी करने के बाद भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, 'ऐसा कई बार हुआ है जब (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी सभी की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा और सभी की सुरक्षा करने की जरूरत के बारे में बोले हैं और बहुत मजबूती से बोले हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
धार्मिक स्वतंत्रता, धर्म के नाम पर हिंसा, गौरक्षक, अमेरिका, America, Religious Extremism, Cow Vigilante