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This Article is From Sep 06, 2011

'अमेरिकी नीतियों के परिणाम थे 9/11 के हमले'

वाशिंगटन: अमेरिकी नागरिकों के एक बड़े हिस्से का मानना है कि मध्य पूर्व को लेकर अमेरिका की नीतियों के कारण ही न्यूयार्क और पेंटागन में 11 सितम्बर, 2001 को हमले हुए थे। यह जानकारी एक सर्वेक्षण में सामने आई है। 'पेव रिसर्च सेंटर' द्वारा किए गए सर्वेक्षण में एक सवाल 'वे हमसे नफरत क्यों करते है?' पर पाया गया है कि वर्तमान में जनता के एक बड़े समूह का विचार एक समान हैं। आज 43 प्रतिशत लोग इस बात पर सहमत हैं कि ये हमले अन्य देशों के साथ अमेरिका के गलत आचरणों के प्रतिक्रियास्वरूप हुए होंगे। जबकि 45 प्रतिशत इस बात से सहमत नहीं हैं। हमले के तत्काल बाद बहुसंख्यक (55 प्रतिशत) लोगों ने इस तर्क को खारिज कर दिया था, जबकि मात्र एक तिहाई लोग ही इससे सहमत थे। यह बदलाव हालांकि मुख्य रूप से स्वघोषित डेमोक्रेट्स और निर्दलीयों तक सीमित है। इनमें से आधे अब मानते हैं कि अमेरिकी नीतियों ने अलकायदा को उकसाया होगा। दूसरी ओर रिपब्लिकन अन्य कई प्रमुख मुद्दों के साथ ही इस मुद्दे पर भी अपने पूर्व रुख पर कायम हैं। उनका मानना है कि हमले अमेरिका के किसी कदम की प्रतिक्रिया में नहीं हुए थे। सर्वेक्षण में इस प्रश्न पर विभिन्न आयु वर्ग में भी काफी मतभेद पाए गए हैं। 30 वर्ष की आयु के आधे से अधिक (52 प्रतिशत) प्रतिभागियों ने कहा कि अमेरिकी कार्रवाइयों के कारण हमले हुए होंगे, जबकि 65 वर्ष व इससे अधिक आयु वर्ग के मात्र 20 प्रतिशत लोगों ने इस विचार से सहमति जताई है। सर्वेक्षण के अनुसार, पिछले दशक के दौरान जनता के इस विश्वास में भी इसी तरह के बदलाव आए है कि आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए नागरिक आजादी देना आवश्यक हो सकता है। इस सर्वेक्षण में 17-21 अगस्त के बीच 1,500 से अधिक वयस्कों से बातचीत की गई। इस दौरान पाया गया कि 9/11 के हमले ने जनता की सामूहिक चेतना में जिस तरीके से बदलाव किए हैं, उस तरीके से अबतक की किसी भी घटना ने नहीं किए है। 10 में से छह प्रतिभागियों ने कहा है कि वे मानते हैं कि 9/11 की घटना ने अमेरिकी जीवन में व्यापक तरीके से बदलाव लाया है, जबकि 10 में से मात्र एक प्रतिभागी ने कहा है कि उनका मानना है कि अमेरिकी जीवन मूलरूप से उसी तरह बना हुआ है, जिस तरह एक दशक पहले था।

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अमेरिका, नीति, US, 26/11, Policies