प्रतीकात्मक फोटो.
वाशिंगटन:
अमेरिका में मोटल चलाने वाले भारतीय दंपत्ति को मानव तस्करी का दोषी पाते हुए अदालत ने सजा सुनाई है. दंपत्ति को भारत से अवैध अप्रवजन एवं श्रमिकों का शोषण करने का भी दोषी ठहराया गया है.
भारत के 50 वर्षीय विष्णुभाई चौधरी और उनकी 44 वर्षीय पत्नी लीलाबेन चौधरी को यह सजा सुनाई गई है. वे दोनों नेबारस्का में किमबेल में रहते हैं. उन्हें पीड़ित को 40 हजार अमेरिकी डॉलर देने का भी आदेश दिया गया है. इन दोनों को दो वर्ष की कैद के बाद भारत वापस भेज दिया जाएगा.
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दंपत्ति ने एक भारतीय को किमबेल में अपने सुपर 8 मोटल में बिना किसी दस्तावेज के रखा. उसे अक्टूबर 2011 से फरवरी 2013 तक रखे गया. इस दौरान दंपत्ति ने इस भारतीय श्रमिक से कई-कई घंटे हफ्ते के सातों दिन काम करवाया. श्रमिक को पैसे देने का वादा किया था लेकिन उसे कभी पैसा नहीं दिया. उसके विरोध करने पर उसे प्रताड़ित किया गया.
VIDEO : मानव तस्करी मामले में दलेर मेंहदी को सजा
पीड़ित श्रमिक मोटल में आए एक गेस्ट की मदद से वहां से निकल सका. इसके बाद उसे कानूनी मदद मिली.
भारत के 50 वर्षीय विष्णुभाई चौधरी और उनकी 44 वर्षीय पत्नी लीलाबेन चौधरी को यह सजा सुनाई गई है. वे दोनों नेबारस्का में किमबेल में रहते हैं. उन्हें पीड़ित को 40 हजार अमेरिकी डॉलर देने का भी आदेश दिया गया है. इन दोनों को दो वर्ष की कैद के बाद भारत वापस भेज दिया जाएगा.
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