
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो चचेरी बहनों के साथ सामूहिक और उसके बाद उनकी हत्या किए जाने की जघन्य घटना की संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र ने घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और पूरे भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा से निपटने की मांग की है।
भारत में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की स्थानीय समन्वयक, लीसे ग्रैंडे ने एक बयान में कहा, दोनों किशोरियों के परिवारों को और निम्न जाति की सभी महिलाओं और लड़कियों को न्याय मिलना चाहिए, जिन्हें भारत के ग्रामीण इलाकों में निशाना बनाया गया है और उनके साथ दुष्कर्म किया गया है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा सिर्फ महिलाओं का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह मानवाधिकार का एक मुद्दा है।
बयान में कहा गया है कि भारत में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली यह सुनिश्चित कराने में देश के लोगों के साथ एकजुट है कि प्रत्येक महिला और लड़की सुरक्षा और सम्मान के साथ जिंदगी जी सके।
भारत में संयुक्त राष्ट्र महिला प्रतिनिधि रेबेका टावारेस ने कहा, हरेक महिला और लड़की को सुरक्षित तरीके से जीने में सक्षम होना चाहिए, उसे सुरक्षित महसूस होना चाहिए और हिंसामुक्त वातावरण में उनका विकास होना चाहिए।
टावारेस ने कहा कि जिन कदमों को उठाए जाने की जरूरत है, उनमें अपराध कानून (संशोधन) अधिनियम, 2013 के त्वरित क्रियान्वयन को संयुक्त राष्ट्र प्रोत्साहित करता है।
टावारेस ने कहा, समस्या के समाधान के लिए न्याय प्रणाली प्रमुख है।
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