
प्रतीकात्मक तस्वीर
लंदन:
सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों का अंबार लगा होता है. मगर ब्रिटेन सरकार फर्जी खबरों पर नजर रखने और ऑनलाइन गलत सूचना फैलाने से रोकने के लिए नई त्वरित प्रतिक्रिया ईकाई शुरू करने की योजना बना रही है.
यह दल संदिग्ध सूचनाओं की पहचान करने के लिए सोशल मीडिया पर नजर रखेगा तथा तथ्यों के साथ बहस शुरू करेगा. ब्रिटेन की सरकार के संचार सेवाओं के कार्यकारी निदेशक एलेक्स एकेन की पी आर वीक पत्रिका में एक लेख में इस योजना का खुलासा किया गया है.
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उन्होंने कहा कि वह गलत सूचनाओं का तुरंत खंडन करने और तथ्यों पर आधारित सार्वजनिक बहस शुरू करने के लिए सोशल मीडिया पर त्वरित प्रक्रिया क्षमता विकसित करना चाहते हैं.
इससे पहले ब्रिटेन की संसदीय समितियों ने सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियों को इस बात की जांच करने के निर्देश दिए थे कि क्या रूस ने जून 2016 में यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए हुए जनमत संग्रह में हस्तक्षेप किया था. इन निर्देशों के बाद इस योजना का खुलासा किया गया है.
VIDEO: सोशल मीडिया में BJP के दबदबे की हकीकत
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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उन्होंने कहा कि वह गलत सूचनाओं का तुरंत खंडन करने और तथ्यों पर आधारित सार्वजनिक बहस शुरू करने के लिए सोशल मीडिया पर त्वरित प्रक्रिया क्षमता विकसित करना चाहते हैं.
इससे पहले ब्रिटेन की संसदीय समितियों ने सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियों को इस बात की जांच करने के निर्देश दिए थे कि क्या रूस ने जून 2016 में यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए हुए जनमत संग्रह में हस्तक्षेप किया था. इन निर्देशों के बाद इस योजना का खुलासा किया गया है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)