डोनाल्ड ट्रंप
व्हाइट हाउस में भारतीय मूल के एक टॉप अमेरिकी कम्युनिकेशन ऑफिसर ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप को ज्यादातर नए राष्ट्रपतियों की तरह हनीमून पीरियड नहीं मिला. उन्होंने ‘निष्पक्ष और सच्ची’ रिपोर्टिंग करने के बजाय पहले दिन से राष्ट्रपति पर निशाना साधने को लेकर मीडिया की आलोचना की.
व्हाइट हाउस में परदे के पीछे से काम करने वाले अहम अधिकारी राज शाह ने कहा, ‘‘मुख्यधारा का मीडिया निष्पक्ष और सच्ची रिपोर्टिंग करने के बजाय राष्ट्रपति के पीछे पड़ने के प्रयासों में लगा हुआ है.’’ शाह ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के साथ अलग तरह का व्यवहार किया जा रहा है. चुनाव अभियान से लेकर शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद भी उनका विरोध किया गया है. मीडिया राष्ट्रपति के साथ बहुत कठोर व्यवहार कर रहा है.’’ 32 वर्षीय उप संवाद निदेशक ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘प्रेस अक्सर गैर जिम्मेदारी से खबर देता है. कई बार उनकी कोई जवाबदेही नहीं होती.
ट्रंप कई बार प्रेस पर बरसते रहे हैं. उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को एक ‘असफल’ समाचार पत्र बताया, वाशिंगटन पोस्ट की विश्वसनीयता खारिज कर दी और सीएनएन को ‘क्लिंटन न्यूज नेटवर्क’ बताया.
शाह ने डेमोक्रेटिक पार्टी को एक अन्य चुनौती बताया.
वह व्हाइट हाउस आने से पहले रिपब्लिकन नेशनल कमिटी में डायरेक्टर ऑफ अपोजिशन रिसर्च थे. शोधकर्ताओं की एक टीम की मदद से उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान डेमोक्रेटिक प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन के बारे में सूचनाएं खोजी और 1500 पृष्ठों की ‘हिलेरी फाइल्स’ तैयार की.
'सरकार को दवाब में लाने की कोशिस में डेमोक्रेट'
शाह ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके (डेमोक्रेट) हथकंडे अभूतपूर्व हैं. वे द्वेषपूर्ण हैं, वे पूरी तरह पक्षपातपूर्ण हैं और वे कई गलत तरीकों से सरकार को दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि मीडिया उनका पर्दाफाश करेगा.’’ अस्सी के दशक में शाह के माता-पिता अमेरिका आ गये थे. उनका जन्म और पालन पोषण कनेक्टिकट में हुआ. उन्होंने कार्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और स्नातक के बाद आरएनसी में शामिल हो गये. (एजेंसी से इनपुट)
व्हाइट हाउस में परदे के पीछे से काम करने वाले अहम अधिकारी राज शाह ने कहा, ‘‘मुख्यधारा का मीडिया निष्पक्ष और सच्ची रिपोर्टिंग करने के बजाय राष्ट्रपति के पीछे पड़ने के प्रयासों में लगा हुआ है.’’ शाह ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के साथ अलग तरह का व्यवहार किया जा रहा है. चुनाव अभियान से लेकर शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद भी उनका विरोध किया गया है. मीडिया राष्ट्रपति के साथ बहुत कठोर व्यवहार कर रहा है.’’ 32 वर्षीय उप संवाद निदेशक ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘प्रेस अक्सर गैर जिम्मेदारी से खबर देता है. कई बार उनकी कोई जवाबदेही नहीं होती.
ट्रंप कई बार प्रेस पर बरसते रहे हैं. उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को एक ‘असफल’ समाचार पत्र बताया, वाशिंगटन पोस्ट की विश्वसनीयता खारिज कर दी और सीएनएन को ‘क्लिंटन न्यूज नेटवर्क’ बताया.
शाह ने डेमोक्रेटिक पार्टी को एक अन्य चुनौती बताया.
वह व्हाइट हाउस आने से पहले रिपब्लिकन नेशनल कमिटी में डायरेक्टर ऑफ अपोजिशन रिसर्च थे. शोधकर्ताओं की एक टीम की मदद से उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान डेमोक्रेटिक प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन के बारे में सूचनाएं खोजी और 1500 पृष्ठों की ‘हिलेरी फाइल्स’ तैयार की.
'सरकार को दवाब में लाने की कोशिस में डेमोक्रेट'
शाह ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके (डेमोक्रेट) हथकंडे अभूतपूर्व हैं. वे द्वेषपूर्ण हैं, वे पूरी तरह पक्षपातपूर्ण हैं और वे कई गलत तरीकों से सरकार को दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि मीडिया उनका पर्दाफाश करेगा.’’ अस्सी के दशक में शाह के माता-पिता अमेरिका आ गये थे. उनका जन्म और पालन पोषण कनेक्टिकट में हुआ. उन्होंने कार्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और स्नातक के बाद आरएनसी में शामिल हो गये. (एजेंसी से इनपुट)
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